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अब रात को गरीब नहीं सोते खाली पेट, ये हैं कारण

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Aug 26, 2017

अंबिकापुर/सरगुजा : तमिलनाडु में कम कीमत पर गरीबों को खाना खिलाने के लिए अम्मा कैंटीन काफी मशहूर हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर की महिलाओं ने इस कैंटीन को भी पीछे छोड़ दिया। अम्मा कैंटीन में कम कीमत पर खाना खिलाया जाता हैं, लेकिन अंबिकापुर में इन महिलाओं ने गरीबों को मुफ्त में भरपेट खाना खिलाने की शुरूआत की हैं।
अंबिकापुर के कंपनी बाजार में यहां की महिलाओं ने रात को हर गरीब को खाना खिलाने का बीड़ा उठाया हैं। ये महिलाएं शहर के बेसहारा और गरीब लोगों को हफ्ते में 4 दिन खाना खिलाती हैं। इसमें से शनिवार का दिन तय हैं और बाकी के तीन दिन सुविधानुसार होते हैं।

इस नेक काम की शुरूआत समाज सेविका वंदना दत्ता ने की थी। धीरे-धीरे उनके प्रयास में तमाम महिलाएं जुड़ती चली गई और ये सिलिसिला चल पड़ा। दत्ता का कहना हैं कि उन्हें खाना खिलाने का ख्याल सड़कों पर भीख मांग कर गुजरा करने वालों को देखकर आया। शुरूआत उन्होंने अपने घर से की, पहले अपने घर में ही बने चावल, दाल, सब्जी और आचार तैयार कर शहर के कंपनी बाजार में मौजूद गरीबों को प्लेट में खाना खिलाना शुरू किया। जब ये बात शहर के कुछ महिलाओं को पता चली, तो वंदना दत्ता के इस काम में वे साथ हो गई। धीरे-धीरे भोजन कराने का सिलसिला हफ्ते में एक दिन से बढ़ता चला गया। अब शहर के तमाम गरीबों का मालूम हैं कि अब रात को उन्हें खाली पेट नहीं सोना पड़ेगा।