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छात्रावास में 6 दिनों से बिजली गुल, मोमबत्ती जलाकर छात्राएं पढ़ने को मजबूर

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Jul 20, 2017

मुंगेली : जिले के लोरमी विकाखण्ड के सारधा में स्थित बालिका छात्रावास में पिछले 6 दिनों से बिजली नहीं होने का कारण यहां की छात्राएं अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। छात्रावास की अधीक्षिका ने एसडीएम और बिजली विभाग के अधिकारी को लिखित शिकायत की हैं, बावजूद इसके अब तक किसी तरह का निराकरण नहीं किया गया हैं। ऐसे में सुविधा और सुरक्षा के दावे छात्रावास में खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं।

सरकार एक तरफ कन्या हॉस्टल में तमाम प्रकार की सुविधाएं देकर ऐसे बच्चों को पढ़ाने का प्रयास कर रही हैं, जो या तो पढ़ाई छोड़ चुके हैं या जो पढ़ने में असमर्थ हैं। बालिका छात्रावास में छात्राओं के साथ कई तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं और इन छात्रावास में छात्राओं के लिए सुरक्षा के लाख दावे किए जाते हैं, लेकिन मुंगेली के एक छात्रावास में पिछले 6 दिनों से बिजली नहीं होने के कारण यहां की छात्राएं दहशत और परेशानियों में जीवन जीने को मजबूर हैं।

मुंगेली जिले के लोरमी विकाखण्ड के ग्राम सारधा में एसटी और एससी की बच्चियों के लिए 100 बिस्तर वाला कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास स्थित हैं। जहां पिछले 5 दिनों से बिजली नहीं हैं। यहां बच्चियां अंधेरे में रहने को मजबूर हैं और बिजली नहीं होने से पानी की समस्या से भी जूझ रहे हैं। बच्चियां हॉस्टल के बाहर जाकर तालाब में नहाने को मजबूर हैं, वहीं बिजली विभाग को जानकारी देने के बाद भी अब तक यहां की बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई हैं। हॉस्टल अधीक्षिका ने बताया कि कुछ दिन पहले ट्रक के ठोकर से बिजली का खंभा गिरने से तार टूट कर गिर गया हैं। तब से यहां बिजली नहीं हैं, पिछले 6 दिनों से बिजली की व्यवस्था नहीं होने से बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। 30 बच्चियों को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया हैं।

बच्चियों ने बताया कि वो अपनी पढ़ाई मोमबत्ती जलाकर करने को मजबूर हैं। वही जल्द ही बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं होने से अधीक्षिका हॉस्टल बंद करने की बात कह रही हैं। इस मामले पर लोरमी एसडीएम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनको इसकी जानकारी 2 से 3 दिन पहले मिली हैं, जिसके लिए उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से बात की हैं। जल्द ही इसका निपटारा कर दिया जाएगा।