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जिस स्टेट बैंक में हुई डकैती, वहां तैनात नहीं था गार्ड  

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Nov 27, 2017

रायपुर : विधानसभा के नजदीक स्टेट बैंक में हुई डकैती के मामले में बैंक प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार प्रबंधन ने बैंक की निगरानी के लिए किसी भी गार्ड की ड्यूटी नहीं लगाई थी। प्रबंधन की इस चूक के वजह से ही डकैतों ने वारदात को अंजाम दिया। जानकारी के मुताबिक बैंक लॉकर में करोड़ों की नगदी व ज्वेलरी मौजूद थी। 

डकैतों ने पहले की थी रेकी 

कहा जा रहा है कि डकैतों ने पहले बैंक की रेकी की थी। जहां बैंक की सुरक्षा में किसी गार्ड की तैनाती न होने का लाभ उठाते हुए बैंक के अंदर दाखिल हुए। डकैत पूरी तरह से तैयार होकर अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए पहुंचे थे। छुट्टी का दिन होने की वजह से डकैतों ने बड़े ही इत्मीनान से अपने काम को अंजाम दिया। 27 लॉकरों को गैस कटर से काटा गया था। लॉकरों में रखे गोल्ड और पैसों पर अपना हाथ साफ कर दिया। 

दो दिन दिया वारदात को अंजाम

डकैतों ने दो दिन शनिवार और रविवार को वारदात को अंजाम दिया। शनिवार की रात को डकैत बैंक के अंदर दाखिल हुए और 3-4 घंटे अंदर रहने के बाद वो वापस चले गए और दूसरे दिन रविवार की रात को फिर से बैंक के अंदर दाखिल हुए। रविवार को भी तकरीबन 4 घंटे तक रहकर घटना को अंजाम दिया।

दोनों दिन उन्होंने बैंक के अंदर गैस कटर से लॉकरों को काटा और उसमें रखे सारे पैसे व गहने जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। वारदात में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के शामिल होने का शक जताया जा रहा है। हालांकि बैंक के अंदर मात्र 2 लोग ही दाखिल हुए थे। बाकी के लोग बैंक के बाहर होने वाली हलचलों की निगरानी में लगे हुए थे। 

पूर्व में भी बैंक डकैती में रहे हैं शामिल

जिस तरह से पूरे डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया है, उससे यह माना जा रहा है कि डकैत पूर्व में भी बैंकों की डकैती में शामिल रहे होंगे। डकैतों ने न सिर्फ सीसीटीवी कैमरे के तार काटे थे, बल्कि उन्होंने बैंक में लगे सायरन को भी डिस्कनेक्ट कर दिया था। जिसकी वजह से सायरन नहीं बजा और किसी को भी इस वारदात की जानकारी नहीं हो पाई।

दूसरे राज्यों के होने का शक

जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है इससे यह माना जा रहा है कि यह गिरोह छत्तीसगढ़ के बाहर का है। पुलिस का फोकस अन्य राज्यों बिहार, झारखंड, हरियाणा, एनसीआर और पश्चिम बंगाल के गिरोहों पर होगा। पुलिस की टीम जल्द ही इन राज्यों के लिए रवाना होगी।

प्रबंधन पर बिफरे खाता धारक

डकैती की जानकारी मिलने के बाद प्रतीक मिश्रा नाम का एक खाता धारक बैंक पहुंचा और उसने बैंक प्रबंधन पर जमकर नाराजगी जाहिर की। बैंक अधिकारियों पर बिफरते हुए उसने बताया कि जनवरी में उसकी बहन की शादी है, जिसकी शादी के लिए लॉकर में 18 लाख रुपए जेवरात सहित रखे थे।

उसने बताया कि पिछले 20 साल से इस बैंक में उनके परिवार का खाता है। उन्होंने बैंक प्रबंधन द्वारा किसी गार्ड को न रखे जाने पर प्रबंधन को डकैती के लिए दोषी बताया। उसने बताया कि प्रबंधन उसे उसके लॉकर के संबंध में कोई भी जानकारी नहीं दे रहा है।

एसबीआई के असिस्टेंट बैंक मैनेजर विभांशु कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि बैंक में 56 लॉकर थे, जिसमें से 13 लॉकर तोड़े गए। इनमें से 11 लॉकर खाली थे। बैंक के चेस्ट को काटकर डकैतों ने 9 लाख रुपए की चोरी की। विभांशु कटियार का कहना है कि जांच के बाद चोरी का आंकड़ा साफ हो पाएगा, लेकिन अनुमान है कि करोड़ों रुपए की ज्वेलरी पर डकैतों ने हाथ साफ किया है।