Oct 27, 2017
बेमेतरा : हमेशा आर्थिक गड़बड़ी वाले मामलों को लेकर सुर्खियों में बने रहने वाला महिला एवं बाल विकास विभाग में एक बार फिर नवागढ़ परियोजना में फर्जी बिल के माध्यम से 20 लाख रुपए का भुगतान विभिन्न समूहों को किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
नवागढ़ परियोजना अंतर्गत करीब 5 समूहों के द्वारा विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में खाद्य सामग्री आपूर्ति के नाम पर बिना सामग्री सप्लाई किए ही कार्यालय कर्मचारी से मिली भगत कर फर्जी बिल के माध्यम से राशि आहरण कर लिया गया।
मामले की शिकायत जिला कार्यक्रम अधिकारी तक पहुंचने पर जांच के बाद राशि वसूली के लिए महिला एवं बाल विकास के जिला अधिकारी द्वारा समूहों को नोटिस जारी की गई है। सुर्खियों में बने रहने वाले इस विभाग में पूरे जिले के अन्य परियोजना कार्यालय में जांच कराई जाए, तो करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े का मामला उजागर हो सकता है।
सत्ता पक्ष के संरक्षण एवं चहेते समूहों के माध्यम से जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में खाद्यान सामग्री आपूर्ति के लिए चयनित समूह के द्वारा विभागीय अधिकारी कर्मचारियों की मिली भगत से हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर शासन-प्रशासन की छवि धूमिल होती नजर आ रही है।
जिला प्रशासन की आंख में धूल झोंकने वाले इस विभाग के जिला अधिकारी की भूमिका भी काफी विवादित स्थिति में पहुंच गई है। इस मामले को लेकर केवल अधिकारी अब अपने आप को बचाने में लगे हुए हैं। यह केवल एक ही मामला नहीं बल्कि जिला महिला एवं बाल विकास विभाग की अन्य परियोजनाओं की जांच कराई जाए, तो करोड़ों के फर्जीवाड़े का मामला खुल सकता हैं।