Loading...
अभी-अभी:

महापौर और निगम कमिश्नर पर लगा भाजपाईकरण का आरोप

image

Jul 18, 2017

दुर्ग : नगर निगम में आये दिन विकास कार्य को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीति देखी जाती हैं। शहर में होने वाले आयोजन को लेकर अक्सर भाजपा पर कार्यक्रम के भाजपाईकरण का आरोप लगता रहता हैं। ऐसा ही एक वाक्या फिर से देखने को मिला।

जब नगर निगम दुर्ग शहर की प्रतिभाओं को तराशने के लिए दुर्ग आइडल के मेगा फाइनल का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम का कांग्रेस पार्षदों ने बहिष्कार कर दिया। उनका कहना हैं कि निगम ने दूसरे जिले के महापौर को आमंत्रित किया था, पर जनता के चुने हुए शहर के कांग्रेस विधायक अरुण वोरा और दुर्ग जिले से कांग्रेस सांसद ताम्रध्वज साहू को न ही निमंत्रण दिया और न ही अपने बैनर पोस्टर में कोई जगह दी। निगम के इस कार्यक्रम में भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडे को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था। तो वहीं इस कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री हेमचंद यादव व जिला भाजपा अध्यक्ष उषा टावरी को बैनर पोस्टर और निमंत्रण पत्र में जगह दी गयी। लेकिन जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों को ऐसे कार्यक्रम में निगम कमिश्नर और भाजपा की महिला महापौर चन्द्रिका चंद्राकर ने जगह देना मुनासिब नहीं समझा।

कांग्रेस ने महापौर पर कार्यक्रम को भाजपाईकरण करने का आरोप लगाया, तो वहीं निगम कमिश्नर पर भाजपा का एजेंट बनकर कार्य करने का आरोप लगाया। इस पूरे मामले में जब महापौर से पूछा गया तो महापौर तानाशाह की तरह जवाब देती दिखी। उनका कहना हैं कि वो निगम की महापौर हैं और उन्हें जो लगता हैं वही किया और सही किया हैं। वहीं बैनर में फोटो लगाये जाने पर कहा कि वे मार्गदर्शक हैं इसीलिए उनका फोटो बैनर में लगाया गाया हैं। महापौर का जवाब सुनकर लगता हैं, वह जज्बातों में ज्यादा बह गयी हैं। उन्हें इस बात का ख्याल होना चाहिए कि ये उनके घर का कार्यक्रम नहीं, जनता के पैसों पर किया जाने वाला आयोजन हैं। जिसमें समस्त जनप्रतिनिधि की भागीदारी बनती हैं। फिलहाल महापौर को इतनी समझ जरूर होना चाहिए कि देश में सविधान से बढ़कर कुछ नहीं और जिन जनप्रतिनिधियों की अनदेखी करने का आरोप उन पर लग रहा हैं, वह इसी संवैधानिक प्रकिया का हिस्सा हैं।