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शराबी शिक्षक के हाथों दी गई बच्चों के भविष्य गढ़ने की जिम्मेदारी

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Sep 19, 2017

सूरजपुर : बच्चों के भविष्य को सवारने का जिम्मा एक शिक्षक पर होता हैं। यदि शिक्षक ही नशे में स्कूल आए, तो स्थिति क्या होगी। इसका अंजादा सहज ही लगाया जा सकता हैं। ताजा मामला सूरजपुर के जूना पारा गांव का हैं।

जहां प्राइमरी स्कूल के हेड मास्टर पर ही स्कूल के छात्र और शिक्षक शराब पीकर स्कूल आने का आरोप लगा रहे हैं। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी से गई हैं। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।

सूरजपुर के जूना पारा गांव के प्राइमरी स्कूल में करीब 50 छात्र पढ़ते हैं। इस स्कूल के प्रिंसिपल संजय वर्मा पर आरोप हैं कि वे अक्सर शराब के नशे में स्कूल आते हैं और बच्चों के साथ ही स्कूल के स्टाफ से भी बतमीजी करते हैं।

जब मीडिया की टीम स्कूल पहुंची, तो मदहोश शिक्षक को भनक लगते ही वे स्कूल से भाग खड़े हुए, लेकिन वहां से छात्रों और स्कूल के शिक्षकों ने उनकी पोल खोल कर रख दी। वहीं इसकी जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने भी शराबी शिक्षक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

स्थानीय ग्रामीणों ने इस मदहोश शिक्षक की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से की हैं और जल्द कार्रवाई ना होने की स्थिति में आंदोलन की बात कह रहे हैं। इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी शिकायत मिलने की बात मान रहे हैं और ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर से पूरे मामले की जांच कर करवाई की बात कह रहे हैं।

कहते हैं बच्चे देश का भविष्य होते हैं और शिक्षकों पर इनका भविष्य गढ़ने की जिम्मेदारी होती हैं। ऐसे में अगर शिक्षक अपनी जिम्मेदारी नहीं समझेंगे तो इन बच्चों का भविष्य क्या होगा, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता हैं।