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स्वास्थ्य विभाग बीमार, बाबा बना मरीजों का मसीहा

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Oct 23, 2017

सूरजपुर : जिले में स्वास्थ्य विभाग की हालत तो खुद ही मरीजों सी है, ऐसे में जिले में अंधविश्वास ग्रामीणों और पढ़े-लिखे लोगों के लिए ही एकमात्र सहारा है। जहां रैसरा गांव में एक बाबा लकवा और सर्पदंश के मरीजों को झाड़ फूंक से ठीक करने का दावा करता है और पढ़े लिखे लोग भी इनके पास पहुंच कर झाड़ फूंक के नए पद्धति से अपना इलाज पूरी आस्था के साथ कराते है।

इलाज के नाम पर झाड़ फूंक की कई पद्धतियां आपने देखी होगी, लेकिन रैसरा गांव का बाबा मरीज को सामने बैठा कर किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर में एक थाली चपका कर मंत्रों से मरीज की बीमारी दूर करता है।

एक लकवे का मरीज इस बाबा के पास अपने इलाज के लिए पहुंचा, तो बाबा ने गांव के एक ग्रामीण को बुलवाकर सामने बैठाया और उसके पीठ पर थाली को लगाया, जहां थाली के चपकने से बाबा ने मरीजों को उसकी बीमारी होने की पुष्टी कर दी। फिर क्या, मरीज का नाम पूछ कर बाबा मंत्रों का जाप करने लगे, साथ ही कुछ ही दिनों में मरीज के ठीक होने का भरोसा भी दिला दिया।

बाबा का कहना है कि बाबा ने कई साल पहले अपने एक गुरू से बीमारी ठीक करने की विद्या हासिल की थी और पिछले कई सालों से स्थानीय और दूर दराज से आने वाले लकवा और सर्पदंश के मरीजों का इलाज कर उन्हें ठीक भी कर रहे है। वहीं इलाज कराने पहुंचे मरीज ने भी बाबा पर अपनी पूरी आस्था जाहिर कर दी। कारण सिर्फ यह था कि बाबा इलाज के पैसे नहीं लेता।

जहां बाबाओं पर ग्रामीण और पढ़े-लिखे लोगों का अंधविश्वास से भरी आस्था सूरजपुर जिले के गांव-गांव में आसानी से देखने को मिल जाएगा। वहीं प्रशासन के पास लोगों को जागरूक करने के लिए समय ही नहीं होता। ऐसे में स्थानीय समाजिक कार्यकर्ताओं में भी जमीनी स्तर पर प्रशासनिक उदासीनता के कारण नाराजगी नजर आती है।

जहां समाजिक कार्यकर्ता की माने तो निजी तौर पर गांव-गांव और दूरस्थ क्षेत्रों में कई शिविर का आयोजन कर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है, लेकिन शासन प्रशासन के द्वारा जमीनी स्तर पर कार्य न करना ही अंधविश्वास को बढ़ावा देने का कारण मानते है।

झाड़ फूंक करने वाले बाबाओं पर आस्था तो प्रदेश के मंत्री से लेकर एक दूरस्थ गांव के ग्रामीण में देखने को आसानी से मिल रहा है, लेकिन गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों की आस्था इन बाबाओं के दर की जगह अस्पतालों में बैठे जिम्मेदारों पर कब तक बनती है, यह देखने वाली बात होगी।