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10 एकड़ सरकारी जमीन पर जिपं उपाध्यक्ष का अवैध कब्जा

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Sep 8, 2017

सूरजपुर : जिलापंचायत के उपाध्यक्ष पर कांग्रेस के विधायक ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने का गंभीर आरोप लगाया हैं। जिसको लेकर अब स्थानीय ग्रामीण भी लामबंध हो गए हैं और जिला पंचायत उपाध्यक्ष की शिकायत कलेक्टर से करने की बात कह रहे हैं। वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष इस पूरे मामले को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं।

फेंसिंग से घिरी जमीन जिसका क्षेत्रफल लगभग 10 एकड़ हैं। सरकारी रिकार्ड में यह ग्राम पंचायत बैजनाथपुर की जमीन हैं। इस जमीन पर ग्राम पंचायत की सहमति से वन विभाग ने 12 लाख रुपए का प्लांटेशन भी किया था, लेकिन अभी इस जमीन पर प्लांटेशन के नाम पर एक्का-दुक्का पौधे ही बच गए हैं।

स्थानीय ग्रामीणों का आरोप हैं कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष गिरिस गुप्ता ने फेंसिंग को तोड़ कर उस पूरी भूमि पर कब्जा कर लिया हैं और इस सरकारी जमीन पर जेसीबी मशीन से अपना निजी तालाब खुदवा रहे हैं। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत स्थानीय विधायक पारस राजवाड़े से की।

जिसके बाद स्थानीय विधायक ने भी गिरिस गुप्ता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेसी विधायक ने भी जिला उपाध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे सत्ता का दुरूपयोग कर रहे हैं और वे स्थानीय ग्रामीणों का पूरा साथ देंगे और इस मामले को विधान सभा में उठाएंगे।

वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष गिरिस गुप्ता इस पूरे मामले को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं और उनके अनुसार वे अगले विधान सभा चुनाव के लिए भाजपा के नंबर एक प्रत्याशी हैं। इसलिए तत्कालीन विधायक उनसे डर गए हैं और इस प्रकार का झूठा आरोप लगा रहे हैं।

इस पूरे मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हैं, लेकिन बैजनाथपुर के पटवारी के बयान के बाद जिलापंचायत उपाध्यक्ष सवालों के घेरे में हैं। स्थानीय पटवारी ने इस बात की पुष्टि की हैं कि गिरिस गुप्ता ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा हैं और इसकी रिपोर्ट बनाकर पटवारी के द्वारा भटगांव तहसीलदार को भी दी हैं।

जहां एक ओर राज्य सरकार खुद को किसानों और ग्रामीणों का हितैषी बताती हैं। वहीं उनके ही पार्टी के ऐसे नेता कहीं ना कहीं सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं। जिसकी वजह से एक ओर ग्रामीण भाजपा से नाराज हो रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिलते जा रहा हैं।