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13 साल पहले लापता हुई महिला लौटी अपने घर, परिवार में छाईं खुशीयां

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Sep 29, 2018

इशहाक खान – 13 बरस पहले अंतागढ़ से लापता हुई मानसिक रूप से कमजोर मेहतरीन बाई अब अपने परिवार वालों के बीच जन सहयोग से पहुंच पाई है लेकिन उसकी हालत आज भी जस की तस बनी हुई है। अंतागढ़ मे रहने वाले मेहतरीन के परिवार वालों को उसके डौडी लोहारा क्षेत्र मे देखे जाने की दूरभाष से मेहतरीन की पहचान करने वालों ने जानकारी दी तब परिवार के लोग वहाँ पहुँचे और मेहतरीन उनहे वहाँ मिली | 

मोहल्ले वालों में उत्सुकता, मिलने पहुचें घर

दरअसल सुनने मे भले ही ये कहानी किसी फिल्म की लग रही होगी पर ये कोई फिल्म की कहानी नहीं बल्कि मेहतरीन बाई के जीवन और परिवार की एक सच्ची कहानी है। वो मेहतरीन बाई जिसने सुद-बुध खो जाने के चलते 13 साल का लंबा समय अपने परिवार से दूर रहकर गुजारा दिया, वही अब मेहतरीन बाई के लौट कर आने के बाद अब हर कोई व्यक्ति उनके बारे मे जानने को आतुर हो रहा है तो वही मोहल्ले के लोग परिचित और स्थानीय जनप्रतिनिधि उनसे मिलने उनके घर पहुँच रहे है। और लोगों के हाथ अब मेहतरीन के इलाज की मदद को लेकर भी आगे बढ़ रहे है।  

आर्थिक तंगी के चलते इलाज संभव नहीं

परिवार के गज्जू राम ने बताया की 2005 मे मेहतरीन बाई लापता हो गयी थी जो मेरी भाभी है अब वह 13 साल बाद घर लौटी है। तबियत उनकी वैसी ही है जो आज से 13 साल पहले थी हम गरीब लोग है जहाँ शासन प्रशासन मदद करे तो संभव इलाज करवाने मे बहुत बड़ी मदद हमे हो मिल जाती। परिवार के लोगों में मेहतरीन के घर वापस लौटने की खुशी तो है पर परिवार वालों की आज माली हालत इतनी ठीक नही की वे मेहतरीन का उचित इलाज कर उसे ठीक कर सके।

शासन प्रशासन से इलाज की गुहार

3 साल पहले मेहतरीन के पति बलराम का निधन हो गया है, बेटी की अब शादी हो चुकी है। वही  एक बेटा है जो वर्तमान मे कुली मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा है। 13 साल के भीतर घटित इन सब वाक्यो से मेहतरीन अभी अंजान है, परिवार के लोगों की आंखो मे  आंसु है और वे शासन प्रशासन से  महेतरिन के इलाज को लेकर गुहार लगाई है। वही शासन की योजनाओं के लाभ को लेकर नगर पंचायत अंतागढ के भी दरवाजे पर दस्तक दी है।

मानसिक स्थिति खराब के चलते शरीर हुआ कमजोर

बता दें कि वर्ष 2005 में महेतरिन की मानसिक स्थिति खराब हुई थी और वह परिवार वालों से दूर भटकर कही चली गयी। परिवार वाले इन 13 सालों मे उसे कई साल तक जगह-जगह तलाश करते रहे पर वो नही मिली। और जब आज वो भाग्यवश वह लौट आई है तो उसकी हालत पहले जैसी ही है और मानसिक स्थित सुधरी न होने के चलते वो बेहद कमजोर हो चुकी है।