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महासमुंदः अछोला के महानदी तट पर मिली नन्हे हाथी शावक का शव

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Mar 18, 2019

रेखराज साहू- महासमुंद जिले के समोदा बैराज से लगे क्षेत्र अछोला के महानदी तट पर कल हाथी के एक नन्हे शावक की शव मिला है। नन्हें शावक की मौत महानदी के पानी में डूबने से हुई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जिस बेबी एलिफेंट की मौत महानदी में डूबने से हुई है वो महज 4 से 5 दिन का ही था। आपको बता दें कि पूरी घटना महासमुंद वन परिक्षेत्र के सिरपुर सर्कल की है। जहां पर 23 हाथियों का दल लगातार क्षेत्र में विचरण करते रहते हैं।

महानदी के कीचड़ में फंस गया था नन्हा हाथी

रविवार को इन्हीं में से 21 हाथियों का दल समोदा और अछोला के बीच महानदी तट में विचरण करते हुए पहुंचा था। हाथियों ने पहले महानदी के तट पर खीरे और तरबूज की खेती कर रहे किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया और फिर महानदी में जाकर जलक्रीड़ा करने लगे। इसी दौरान दल का एक नन्हा शावक महानदी में उतरकर फंस गया। जिसे दल के बाकी हाथी निकालने की लगातार कोशिश करते रहे, लेकिन वो असफल रहे। इस बीच हाथियों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी कर रहे वन विभाग को भी ये पता था कि एक नन्हा शावक महानदी में फंसा हुआ है। विभाग को लगा कि दल के बाकी हाथी उसे निकाल ले जाएंगे। आखिरकार देर रात को हाथियों का दल कुकराडीह जंगल की ओर बढ़ गया।

ग्रामीण बता रहे वन विभाग की लापरवाही

सुबह आस-पास के किसानों ने नन्हे शावक का शव पानी में तैरते देखा। जिसकी सूचना वन विभाग को भी दी गई, लेकिन सूचना के 6 घंटे बाद भी वन अमला मौके पर नहीं पहुंचा था। न ही शावक की मौत की जानकारी होने की बात कर रहा था। मामला जब मीडिया में पहुंचा तो वन विभाग के अधिकारी हरकत में आये और आनन-फानन में मौके के लिए रवाना हुए। ग्रामीण जहां इसे वन विभाग की लापरवाही बताते हुए विभाग को कोष रहे हैं। वहीं वन विभाग के अफसर पीएम के बाद शावक के शव का अन्तिम संस्कार करने और मौत का सही कारण बता पाने की बात कर रहा है। गौरतलब है कि हाथियों की झुंड से अलग होकर शावकों की मौत का यह दूसरा मामला है। इससे पहले भी एक शावक की मौत हो चुकी है। लाखों खर्च कर लाख दावे करने वाले वन विभाग में इस तरह की घटनाओं का होना, कई प्रश्न-चिन्ह खड़े करता है।