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बैंक के कर्मचारियों ने की ग्रामीणों के साथ धोखाधड़ी, लगाया 10 लाख का चूना

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Jun 17, 2018

दिनों दिन ठगी के नए नए पैतरें सामने आ रहे है ताजा मामला छत्तीसगढ़ के धमतरी का है यहां ग्रामीणों से पहले तो विड्राल भरवा गया फिर बैंक के कम्प्यूटर का लिंक फैल होने का बहाना बनाकर धोखाधड़ी की गई है और ये रकम कोई मामूली नही बल्कि तकरीबन 10 लाख रू है हैरत की बात यह है कि फर्जीवाड़ा कर पैसे गबन करने वाले खुद बैंक के कर्मचारी है।

पुलिस से की गई शिकायत

जब इस फर्जीवाड़ा की भनक ग्रामीणों को लगी तो इसकी शिकायत पुलिस से कर दी वही शिकायत बाद पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अब आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्जकर सलाखो के पीछे पहुंचा दिया है दरअसल भारतीय स्टेट बैंक शाखा छाती के तहत आने वाले उप शाखा कंडेल के कियोस्क शाखा में नोटबंदी के दौरान ग्रामीणों ने अपने अपने खातों में पैसा जमा कराया था जिसे कुछ महीनों बाद ग्रामीणों व्दारा निकालने की बात कही गयी।

बैंक कर्मी दे रहे झूठा आश्वासन

इस पर आरोपियों को फर्जीवाड़ा करने की तरकीब सूझी बाद इसके आरोपियों ने ग्रामीणों से पहले तो विड्राल भरवा फिर बैंक के कम्प्यूटर का लिंक फैल होने का बहाना बनाया और विड्राल फार्म छोड़ बाद पैसे ले जाने का हवाला देकर खुद पैसे निकाल लिया करते थे वही जब ग्रामीण पैसा लेने दोबारा बैंक शाखा पहुंचे तो आरोपियों व्दारा पैसा वापस करने झूठा आश्वासन देते रहे ग्रामीण जब आश्वासनों से थक गए तो इसकी शिकायत पुलिस के आलाधिकारियों से की गई।

छापा मार कर की गई कार्रवाई

जिसके बाद पुलिस ने बैंक शाखा में काम करने वाले मोहित सिन्हा, अनुज साहू, कमलेश सिन्हा को गिरफतार कर लिया पुलिस के मुताबिक आरोपी रिर्पोट दर्ज होने के बाद फरार हो गए थे जिन्हे अलग अलग जगहों से छापामार कार्रवाई कर गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है वही आरोपियों से और भी खुलासे हो सकते है बहरहाल पुलिस आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का जुर्म दर्जकर अब उन्हे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

 

 

 

दिनों दिन ठगी के नए नए पैतरें सामने आ रहे है ताजा मामला छत्तीसगढ़ के धमतरी का है यहां ग्रामीणों से पहले तो विड्राल भरवा गया फिर बैंक के कम्प्यूटर का लिंक फैल होने का बहाना बनाकर धोखाधड़ी की गई है और ये रकम कोई मामूली नही बल्कि तकरीबन 10 लाख रू है हैरत की बात यह है कि फर्जीवाड़ा कर पैसे गबन करने वाले खुद बैंक के कर्मचारी है।

पुलिस से की गई शिकायत

जब इस फर्जीवाड़ा की भनक ग्रामीणों को लगी तो इसकी शिकायत पुलिस से कर दी वही शिकायत बाद पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अब आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्जकर सलाखो के पीछे पहुंचा दिया है दरअसल भारतीय स्टेट बैंक शाखा छाती के तहत आने वाले उप शाखा कंडेल के कियोस्क शाखा में नोटबंदी के दौरान ग्रामीणों ने अपने अपने खातों में पैसा जमा कराया था जिसे कुछ महीनों बाद ग्रामीणों व्दारा निकालने की बात कही गयी।

बैंक कर्मी दे रहे झूठा आश्वासन

इस पर आरोपियों को फर्जीवाड़ा करने की तरकीब सूझी बाद इसके आरोपियों ने ग्रामीणों से पहले तो विड्राल भरवा फिर बैंक के कम्प्यूटर का लिंक फैल होने का बहाना बनाया और विड्राल फार्म छोड़ बाद पैसे ले जाने का हवाला देकर खुद पैसे निकाल लिया करते थे वही जब ग्रामीण पैसा लेने दोबारा बैंक शाखा पहुंचे तो आरोपियों व्दारा पैसा वापस करने झूठा आश्वासन देते रहे ग्रामीण जब आश्वासनों से थक गए तो इसकी शिकायत पुलिस के आलाधिकारियों से की गई।

छापा मार कर की गई कार्रवाई

जिसके बाद पुलिस ने बैंक शाखा में काम करने वाले मोहित सिन्हा, अनुज साहू, कमलेश सिन्हा को गिरफतार कर लिया पुलिस के मुताबिक आरोपी रिर्पोट दर्ज होने के बाद फरार हो गए थे जिन्हे अलग अलग जगहों से छापामार कार्रवाई कर गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है वही आरोपियों से और भी खुलासे हो सकते है बहरहाल पुलिस आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का जुर्म दर्जकर अब उन्हे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।