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बस्तरः नक्सलियों के खिलाफ लोकतंत्र के लिए बस्तर डालेगा वोट

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Apr 10, 2019

विनोद दुबे- छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों में एक सीट है। जिस पर निगाहें दुनिया भर की रहती है। एक ऐसा इलाका जिसकी पहचान आज समृद्ध कला-संस्कृति परंपरा से इतर एक खौफनाक जगह की है। एक ऐसा क्षेत्र जहां दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक नरसंहार हुआ। जहां नक्सलियों ने मतदान के महज कुछ घंटे पहले फिर से खून की होली खेली। 5 मौतों और नक्सली खौफ के बीच एक बार फिर बस्तर लोकतंत्र के महायज्ञ के लिए तैयार हो गया है। 

बस्तर में एक दौर ऐसा था जब यहां स्वतंत्र उम्मीदवार करते थे राज

ये है छत्तीसगढ़ का जन्नत बस्तर। घने साल वनों से घिरा आदिम कला-संस्कृति से समृद्ध बस्तर। अनुसूचित जनजाति के आरक्षित बस्तर लोकसभा सीट तब से अपने अस्तिव में है जब आजादी के बाद 1952 में पहला लोकसभा चुनाव हुआ था। बस्तर में एक दौर ऐसा था जब यहां स्वतंत्र उम्मीदवार राज करते थे। फिर दौर कांग्रेस का रहा, लेकिन बस्तर से कांग्रेस की राजशाही को खत्म किया था स्वतंत्र उम्मीदवार ने ही। उस उम्मीदवार ने जो बस्तर टाईगर कहलाया और बाद में कांग्रेस का बड़ा लीडर भी रहा, लेकिन यहाँ 1998 के बाद एक ऐसा दौर भी आया जब बस्तर पूरी तरह बीजेपी का गढ़ बन गया। इसी बीच बस्तर को लाल आतंक के साए ने अपने आगोश में ले लिया।

नक्सली खौफ के बीच बस्तर मतदान के लिए तैयार

झीरम घाटी कांड के बाद बस्तर में लगातार नक्सली वारदातें भी हुई। बड़ी संख्या में जवान भी शहीद हुए और नक्सली भी मार गिराए गए। साल 2018 में विधानसभा चुनाव शांति पूर्वक संपन्न हुए लेकिन लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज होने वाले मतदान के पहले नक्सलियों के आईईडी ब्लास्ट में दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी सहित 5 जवान शहीद हो गए। घटना के बाद से प्रदेश हतप्रभ है। वहीं नक्सली खौफ के बीच लोकतंत्र के लिए बस्तर आज होने वाले मतदान के लिए तैयार है। कल हुए विस्फोट में अपने विधायक को खोने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने जहां मौजूदा सरकार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। वहीं उन्होंने कहा था कि चुनाव को रोका जाए ये मैं नहीं कहता, हम हौसला दिखाएंगे।

बेखौफ होकर मतदान करने की अपील

वहीं बस्तर में नक्सली घटना से उपजे खौफ के बीच सीएम भूपेश ने दंतेवाड़ा में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से मतदान संपन्न कराने के निर्देश दिये हैं। सुरक्षा को लेकर भी निर्देश दिए हैं कि मतदान दल और आम जनता सुरक्षित ढंग से मतदान कर सके। सीएम भूपेश बघेल ने बस्तर की जनता से बेखौफ होकर मतदान करने की अपील की है। बस्तर में नक्सल तंत्र हावी होने की कवायद में है। लेकिन बस्तर की जनता नक्सलियों की हर धमकी को दरकिनार करते हुए लोकसा चुनाव के लिए आज मतदान करने के लिए तैयार बैठी है और यह दहशत फैलाने वालों को भी यह संदेश देने जा रही है कि सूरते-हाल बंदूक से नहीं लोकतंत्र से बदलेगा।