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धरमजयगढ़ः लाल ईंट के लिए काले हीरे की चोरी, अधिकारी, भट्ठा संचालक व कोयला चोर में सांठ-गांठ

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Mar 13, 2019

शेख आलम- धरमजयगढ़ वनपरिक्षेत्र के बीजापतरा और लाख पतरा में अवैध ईंट का कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है। वैसे तो करीबन सभी क्षेत्र में लाल ईंट का अवैध कारोबार है लेकिन खासकर बीजा पतरा और लाखपतरा में चारों तरफ अवैध लाल ईंट भट्ठा संचालित है। दर्जनों लाल ईंट भट्ठा है। मानों इन्हें लाल ईंट बनाने व पकाने की अनुमति मिल गई है। जिसका लाभ उठाने कोयला चोर जंगल और सरिया नाला किनारे से कोल पॉइंट बनाकर दिनदहाड़े कोल खनन कर ईंट भट्ठा में कोयला खपा रहे हैं। सयलकल एवं पिकअप वाहन से बोरी में भरकर काले हीरे की चोरी कर रहे हैं। उधर संबंधित वनकर्मी फिल्ड में घूमने के बजाय घर पर आराम फरमा हैं। परिणाम स्वरूप दिन ब दिन कोयला की चोरी बढ़ती जा रही है। स्थानीय प्रशासन है कि हाथ पे हाथ धरे शांत बैठी है, जिसे समझना कठिन नहीं है कि संबंधित वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, भट्ठा संचालक व कोयला चोर में सांठ गांठ की स्थिति बनी हुई है।

स्थानीय प्रशासन इस गोरख धंधे के प्रति जरा भी सजग नहीं

धरमजयगढ़ वनपरिक्षेत्र अंतर्गत बीजापतरा, और लाख पतरा,गाँव के जंगल में काले हीरे की चोरी बेरोक ठोक जारी है। वजह है क्षेत्र में संचालित अनगिनत अवैध लाल ईंट भट्ठे का संचालन जहां वर्जित लाल ईंट को पकाने के लिए कोयले का स्तेमाल किया जा रहा है। भारी तादाद में गांव के चारों ओर ईंट भट्ठा बना हुआ है। आपको बता दें, धरमजयगढ़ के करीब सभी क्षेत्र खनिज सम्पदा से परिपूर्ण है। जिसका नाजायज लाभ उठाने दिनदहाड़े कोयला चोर और लाल ईंट भट्ठा संचालक उठा रहे हैं जो कहीं न कहीं संबंधित विभाग के जिम्मेदार सरकारी, कर्मचारीयों की मिली भगत की ओर इशारा करता है।  स्थानीय प्रशासन इस गोरख धंधे के प्रति जरा भी सजग होता तो शायद ये नज़ारा देखने नहीं मिलता और खनिज सम्पदा की चोरी नहीं होती।