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बिलासपुरः छतौना सरपंच ने  फांसी लगाकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट हुये बरामद

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Mar 14, 2019

डब्बू ठाकुर- ग्राम पंचायत छतौना  सरपंच ने गांव के तालाब के पार  में स्थित सरई के पेड़ में जेआई तार से फांसी लगाकर आधी रात के समय आत्महत्या कर ली। वहीं उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें कई भाजपा नेता के साथ कांग्रेस नेताओं पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। वहीं रेत घाट को लेकर भी आरोप लगाया है। फिलहाल इस मामले में बेलगहना पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद कर लिया है। वहीं पूछताछ के बाद पंचनामा ब्यान लेकर शव का पोस्टमार्टम पश्चात परिजनों को  सौंप दिया गया। जहां पर परिजनों ने कल गांव में उनका  दाह संस्कार कर दिया।

सोसाइड नोट में भाजपा नेता व कांग्रेस नेताओं पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप

इस संबंध में बेलगहना  चौकी प्रभारी हेमंत सिंह से मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत छतौना के सरपंच संत कुमार पैकरा पिता इतवार सिंह उम्र 38 वर्ष 13 -14 की बीती दरमियानी रात 8 बजे अपने घर से खाना खा कर बिन बताए चले गये। जब वह रात में घर नहीं आये तो गुरुवार की सुबह परिजन आसपास उसकी खोजबीन करने लगे। लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं चला कि वह बिना बताए कहां चले गये हैं। इसी बीच  गांव के लोगों ने उन्हें बताया कि ढोड़ही तालाब के पार में स्थित सरई के पेड़ में जेआई तार से संत कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। तब परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। जहां पर वह फांसी लगाकर आत्महत्या कर चुके थे। जिसकी सूचना परिवार वालों ने बेलगहना चौकी प्रभारी हेमंत सिंह को दिया। तब घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने आसपास खड़े लोगों से पूछताछ किया। इसके पश्चात परिजनों के सामने पेड़ पर से शव को नीचे उतरवाया। जिनके सामने बयान पंचनामा लिया गया। उसके पश्चात शव को पोस्टमार्टम पश्चात परिजनों को सौंप दिया गया। जहां पर परिजनों द्वारा कल गांव में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

मृतक के चचेरे भाई ने इसे मर्डर बताते हुये निष्पक्ष जांच की मांग की

जबकि इस मामले में बेलगहना  चौकी प्रभारी को एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमे रेत घाट के साथ कई भाजपा नेता के साथ कांग्रेस नेताओं का नाम है वहीं लेन-देन का भी सुसाइड नोट में जिक्र किया गया है जिसे लेकर पुलिस जांच में जुटी हुई है। वहीं मृतक के चचेरे भाई ने इस मामले को लेकर मर्डर बताते हुये बेलगहना पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। जबकि इस मामले की जानकारी लगते ही आदिवासी समाज के प्रदेश महामंत्री विभोर सिंह अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर घटना के संदर्भ में जानकारी लिया और उन्होंने भी पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग किया है।