Apr 17, 2019
शैलेन्द्र पाठक- पूर्व सीएम रमन सिंह, बीजेपी अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर हजारों चिटफंड अभिकर्ताओं ने चकरभाठा थाने हजारों का घेराव किया। प्रदेश में कई चिटफंड कंपनियां बीस लाख लोगों का करोड़ों रूपये लेकर चंपत हो गई है।
अभिकर्ताओं का आरोप है कि इन कंपनियों को बड़े नेताओं ने संरक्षण दिया हुआ है। चिटफंड अभिकर्ता संघ के वकील देवर्षि ठाकुर ने चिटफंड अभिकर्ता संघ की ओर से चकरभाठा थाने में सीएसपी एस एस पैकरा को आवेदन दिया। अधिवक्ता देवर्षि ठाकुर ने पुलिस के सहयोग की सराहना की और पुलिस की कार्यवाई पर संतोष जाहिर किया। साथ ही कहा कि अगर पुलिस मामला दर्ज नहीं करती है तो उनके लिए कोर्ट का दरवाजा खुला है। लेकिन इस बार शासन भी चिटफंड अभिकर्ताओं की मदद कर रहा है। पुलिस ने शिकायत ले ली है साथ ही अभिकर्ता संघ को सीएसपी एस एस पैकरा ने भरोसा दिलाया कि पुलिस उनके साथ है, उनके साथ न्याय होगा। आवेदन पर जांच के बाद कार्यवाई की जाएगी।
पुलिस कार्यवाई नहीं करेगी तो कोर्ट जायेंगे
हजारों की संख्या में पहुंचे चिटफंड अभिकर्ता जिनमें महिलायें भी शामिल थीं, पूर्व सीएम रमन सिंह, बीजेपी अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा के खिलाफ थाना परिसर में जम कर नारेबाजी की। चिटफंड अभिकर्ता संघ के वकील देवर्षि ठाकुर ने बताया कि इन अभिकर्ताओं को रोजगार कार्यालय से चिटफंड कम्पनी में काम दिया गया। जिसके कारण ये अभिकर्ता भरोसे में थे और इन कम्पनियों का संचालन पूर्व सीएम रमन सिंह, बीजेपी अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, नारायण चंदेल और पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा करते थे। इसलिए थाने में धारा 154 (३) के तहत हमने आवेदन दिया है। पुलिस कार्यवाई नहीं करेगी तो कोर्ट जायेंगे। इधर पुलिस ने आवेदन की जाँच करके मामला दर्ज करने का भरोसा दिया है।
पूर्व में अभिकर्ताओं को हाईकोर्ट केसामने इकट्ठा होना था, लेकिन हाईकोर्ट का वर्किंग टाइम होने वजह से पुलिस ने इन अभिकर्ताओं को हाईकोर्ट के सामने इकट्ठा होने से रोक दिया। चिटफंड के खिलाफ अभिकर्ता संघ कोर्ट की लड़ाई भी लड़ रहे, मामले में हाईकोर्ट में याचिका भी लगी हुई है, जिसमें बीस हज़ार अभिकर्ता ने शपथ पत्र दिया है।