Apr 25, 2019
मनोज मिश्ररेकर- शहर में स्थित तुलसी नर्सिंग होम में जैव अपशिष्ट का उचित ढंग से निपटारा नहीं किए जाने पर नगर निगम का स्वास्थ्य अमला ने दस हजार रुपये अर्थदंड वसूला है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा कचरा डोर-टू-डोर संग्रहण करने वालों को सौंप देते थे जिससे संक्रमण बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ था।
अस्पताल के कूड़े करकट को सही तरीके से ठिकाने ना लगाने के कारण एड्स, वायरल हेपेटाइटिस, क्षयरोग जैसे घातक बीमारी फैल सकती हैं। अस्पतालों से दूषित रूई, प्लास्टर, ड्रेसिग एवं शल्य चिकित्सा में उपयोग किए गए नीडिल जैसे कचरे से घातक बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है।
स्वास्थ्य अमला ने की तुलसी नर्सिंग होम को सील करने की कार्यवाही
जैव अपशिष्ट प्रबंधन के तहत अस्पताल प्रबंधन को उचित ढंग से निपटारा करने का प्रावधान है, लेकिन राजनांदगांव शहर स्थित तुलसी नर्सिंग होम के द्वारा जैव अपशिष्ट का उचित ढंग से निपटारा नहीं किया जा रहा था। डोर-टू-डोर कचरा करने वालों को सौंप रहे थे। इस बात को नगर निगम ने संज्ञान में लेते हुए 16 अप्रैल को पहले उन्हें नोटिस दी गई और जुर्माना भी लगाया गया। लेकिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते उक्त कार्य का संपादन नहीं किया गया था। इसी तारतम्य में नगर निगम का स्वास्थ्य अमला तुलसी नर्सिंग होम में दबिश दी और नर्सिंग होम को सील करने की कार्यवाही की है।
चंद्र कांत कौशिक, निगम आयुक्त स्वास्थ्य अमला के साथ नर्सिंग होम पहुंचे तो अस्पताल प्रबंधन द्वारा उनसे तिखी नोकझोंक भी हुई। हालांकि निगमायुक्त चंद्रकांत कौशिक ने जैव अपशिष्ट का उचित ढंग से निपटारा नहीं किए जाने पर 10000 का अर्थदंड वसूला है और अस्पताल प्रबंधक को समझाइश दी है कि जैव अपशिष्ट का उचित ढंग से निपटारा करें अन्यथा उचित कार्रवाई की जावेगी।