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जिला प्रशासन ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओ को दिए निलंबित ​करने के आदेश

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Mar 20, 2018

जिला प्रशासन ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओ एंव सहायिकाओ के जिला अध्यक्ष और सचिव को निलंबित करने के बाद प्रदर्शन कर रहे 132 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ और सहायिकाओ को सेवा समाप्ति के आदेश दे दिए बावजूद इसके अभी भी सैकड़ो कार्यकर्ता हड़ताल पर बैठे है।
 
बता दें राजनादगांव के साथ पूरे प्रदेश भर में अपने छह सूत्रीय मांगो को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओ द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है वहीं जिले के आंगनबाडी कार्यकर्ताओ एवं सहायिकाओ ने पिछले 13 दिनों से अनिश्चितकालीन हडताल पर जाने के बाद प्रशाशन के नोटिस को जलाकर और आँखों कानो पर पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे है, वही दो दिन पहले प्रशासन ने जिले के अध्यक्ष और सचिव को निलंबित कर दिया था जिसके बाद आंगनबाडी कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ कलेक्टोरेट परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे है ।

अपने छह सूत्रीय मांगो को लेकर पिछले 13 दिनो से पूरे प्रदेश भर में आंगनबाडी कार्यकर्ताओ एवं सहायिकाओ ने अनिश्चित कालीन हडताल पर जाने के बाद सरकार ने मांग को पूरा ना कर कार्यकर्ताओ को वापस आने के लिए नोटिस जारी किया था लेकिन आंगनबाडी के सभी लोगो ने काम पर वापस जाने से मना कर दिया और नोटिस को जलाकर आंदोलन करते रहे। 

वहीं मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र राजनांदगाव जिले के 1242 आगनंबाडी कार्यकर्ता भी काम पर नहीं गये और सरकार के खिलाफ आंदोलन करते रहे जिसके बाद शासन प्रशासन ने जिले के अध्यक्ष और सचिव को निलंबित करने के आदेश के बाद बड़ी कार्यवाही करते हुए जिले के 132 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को सेवा समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए है।

जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ के हड़ताल में जाने से आंगनबाड़ी केन्द्रो की व्यवस्था पूरे तरीके से चौपट हो गई है पिछले 15 दिनों से आंगनबाड़ी केन्द्रो में ताले लटके हुए है, साथ ही 85 हजार से अधिक नौनिहालों को पौष्टिक आहार तक नहीं मिल रहा है, गर्भवती महिलाओ एवं धात्री माताएं योजनाओ से पूरे तरीके से वंचित है, जिले में कुल 2882 आंगनबाड़ी केंद्र है ,जिले में 1242 आगनबाड़ी कार्यकर्ता और 1188 सहायिका पदस्थ है ,बहरहाल इस हड़ताल से जिले के हजारो बच्चों का जो आंगनबाड़ी स्कूल में पढ़ते है इन बच्चो का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है साथ ही रेडी टू ईट जैसे सरकार की महत्वकांक्षी योजना से पूरक पोषण आहार भी लोगो तक नहीं पहुंच रहा है, देखना यह है की सरकार इन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ की हड़ताल और मांगो को कब तक पूरा करती है और ये हड़ताल कब खत्म होगी।