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भानुप्रतापपुरः नहीं रहा नियंत्रण नेताओं का अपनी वाणी पर

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Apr 16, 2019

राजकुमार दुबे- भानुप्रतापपुर लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में प्रचार का अंतिम तारीख आते ही जोर शोर से स्टार प्रचारक प्रचार में लगे हुए हैं। लगातार प्रचार करने से थके हैं या बहुत अधिक आत्मविश्वास से लबरेज हैं, पता नहीं, परंतु अब इन नेताओं को अपनी वाणी पर नियंत्रण नहीं रहा ऐसा लगता है।

कल भानुप्रतापपुर विधानसभा के ग्राम के यूपी में प्रदेश के कद्दावर नेता आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा पहुंचे और उन्होंने कांकेर लोक सभा के कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी वीरेश ठाकुर के समर्थन में आम सभा को संबोधित किया। इस दौरान सभा को संबोधित करते-करते ये कह गए कि आगामी 18 तारीख को एक नंबर का बटन ही दबाना, इसके अलावा दूसरे बटन दबाओगे तो आप को करंट लग सकता है। हमने इसमें करंट फिट कर दिया है। इससे वहां पर उपस्थित कुछ लोग हतप्रभ रह गए कि इतने बड़े नेता ऐसी बात कैसे कर सकते हैं।

नक्सलियों के नाम पर बंद आदिवासियों को 1 महीने के अंदर रिहा करने की बात

धीरे-धीरे यह बात चर्चा का विषय बन गई जबकि इसी मंच पर पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक मनोज सिंह मंडावी सहित कई नेता और बैठे थे। वहीं उन्होंने कहा कि यदि सरकार कांग्रेस की आती है तो हम छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के नाम पर बंद आदिवासियों को 1 महीने के अंदर रिहा कर देंगे। इस बात पर भी सवाल पूछा गया कि बंद आदिवासियों में आप यह कैसे तय करेंगे कि यह नक्सली हैं या नहीं। इस पर उन्होंने कहा कि हमने कमेटी गठित की है जो इस बात का फैसला करेगी।

अधिक संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिले- टीएस सिंहदेव

आम सभा को आबकारी मंत्री कवासी लखमा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री रूद्र गुरू सहित स्थानीय विधायक मनोज मंडावी ने भी संबोधित किया। अपने संबोधन में टीएस सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में खदानों में उत्खनन कार्य सरकार के द्वारा किया जाना चाहिए जिससे अधिक से अधिक संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जा सके, परन्तु पत्रकारों के इसी सवाल पर वे अपनी बात से पलट गए। उन्होंने कहा कि इस बात पर विचार करना चाहिए कि उत्खनन कार्य निजी कंपनियों को दिया जाए या संस्कारी सरकार के द्वारा प्रदेश में उत्खनन कार्य किया जाए।