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राष्ट्रपति से सम्मानित गरीबों की मसीहा स्मिता तांडी हुईं छेड़खानी का शिकार

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Jan 26, 2018

**रायपुर।** एक तरफ तो हम अपना 69 वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, वहीं आज भी देश में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, चाहे वे अकेले हों या फिर भरी भीड़ में, हैवानों की नजरें उन पर हर जगह हैं। लेकिन जब कोई शिक्षक ऐसी हरकत करे तो उसे आप समझ सकते हैं, कि स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाली बेटियां कितनी सुरक्षित हैं। सोशल मी़डिया के जरिए गरीब मरीजों का इलाज करा कर मसीहा बनी राष्ट्रपति से सम्मानित स्मिता तांडी आज ऐसी ही एक घटना का शिकार हो गई जिससे पूरे छत्तीसगढ़ में हड़कंप मच गया है। **क्या है मामला...** प्राप्त जानकारी अऩुसार एक शादी के समारोह में शामिल होने जा रही स्मिता के साथ ट्रेन में एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने छेड़खानी की। किसी तरह अपने आप को बचाकर उसने आरपीएफ भाटापारा से संपर्क किया और साउथ बिहार एक्सप्रेस के भाटापारा पहुंचने से पहले ही तमाम आला-अधिकारी स्टेशन पहुंच गए। आरोपी युवक को स्टेशन में ही उतार लिया गया, इस घटना की जानकारी जैसे ही सोशल मीडिया में वायरल हुई न केवल देश बल्कि विदेशों में मौजूद स्मिता के काम से प्रभावित लोगों ने घटना की जानकारी लेने फोन करना शुरू कर दिया। घटना के चश्मदीद बताते हैं कि छेड़खानी करने के बाद जब स्मिता ने आरोपी की फोटो लेने की कोशिश की तो बात बढ़ी और नौबत हाथा-पाई तक पहुंच गई थी, लेकिन गनीमत ये रही की ट्रेन इससे पहले ही भाटापारा रेलवे स्टेशन पहुंच गई और मामला किसी तरह थाने पहुंच कर शांत हुआ। इस मामले के बाद हमने स्मिता से संपर्क करने की भी कोशिश की लेकिन उनका फोन बंद मिला, लेकिन उन्होंने ट्वीट कर अपने ट्वीटर अकाउंट से इसकी जानकारी दी है। **पहचान जानकर आरोपी के उड़े होश...** आरपीएफ जैसी ही आरोपी को थाने लेकर पहुंची और आरोपी को पता चला कि जिस युवती के साथ उसने छेड़खानी कि है वो कोई और नहीं बल्कि गरीबों की मसीहा और राष्ट्रपति से सम्मानित हो चुकी स्मिता तांडी हैं, तो उसके होश उड़ गए और थोड़ी देर पहले तक ट्रेन में तो अपनी रूतबा दिखा रहा था वो गिड़-गिड़ाकर रोने लगा और अपनी अस्सिटेंट प्रोफेसर की नौकरी और परिजनों की दुहाई देकर शिकायत न करने की गुहार करता रहा, आरोपी को अपने सामने रोता गिड़-गिड़ाता देख स्मिता का दिल पसीज गया और उसने फैसला किया कि वे इसकी शिकायत नहीं करेंगी, भाटापारा जीआरपी ने मामले की पुष्टि तो की लेकिन लिखित शिकायत दर्ज न करने की बात कही है।