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प्रदेश में आज बेहद सादगी पूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है स्वतंत्रता दिवस

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Aug 15, 2018

हेमंत शर्मा - राजधानी में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने ध्वजारोहण किया ध्वजारोहण के बाद मुख्यमंत्री ने 22 टुकड़ियों की सलामी ली और परेड का निरीक्षण किया परेड की कमांड आईपीएस सिद्धार्थ तिवारी ने की इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने प्रदेश की जनता को बधाई दी उन्होंने कहा कि जिस आज़ादी के लिए हमारे देश के वीरों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ते हुए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया था हम उनके सपनों का समृद्ध व खुशहाल भारत बनाने की दिशा में अग्रसर हैं उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास संकल्प के साथ संकल्प लिया और उसके बाद कभी वापस मुड़कर नही देखा गांव, गरीब और किसान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

बिहारी बाजपेयी को किया याद

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि विकट परिस्थितियों में छत्तीसगढ़ के जनक अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी मिली थी दीनदयाल उपाध्याय के सूत्र वाक्य समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति के दुख दर्द में भागीदार बनो, राहत पहुंचाओ, इसी आधार पर अंत्योदय की तमाम योजनायें बनाई सीएम ने कहा कि जब पहली बार 7 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली उस समय प्रदेश की जनता भूख, भय, भ्रष्टाचार बीमारी, बेरोजगारी से जूझ रही थी  सौभाग्य है कि तिरंगे की छांव में 15 वीं बार संबोधन का अवसर मिला, लगातार 3 पारियों में आपकी सेवा का अवसर मिला।

भाषण में कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना

वहीं उन्होंने अपने भाषण में कांग्रेस पर जमकर निशाना भी साधा कांग्रेस का बगैर नाम लिए उन्होंने कहा कि पिछले 56 वर्ष में प्रदेश में कोई ठोस योजना नहीं बनी न ही कोई काम हुआ उन्होंने कहा कि जिस आज़ादी के लिए हमारे देश के वीरों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ते हुए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया था हम उनके सपनों का समृद्ध व खुशहाल भारत बनाने की दिशा में अग्रसर हैं सबका साथ, सबका विकास संकल्प के साथ संकल्प लिया और उसके बाद कभी वापस मुड़कर नही देखा गांव, गरीब और किसान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि विकट परिस्थितियों में छत्तीसगढ़ के जनक अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी मिली थी।

राज्यपाल के निधन से 7 दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा

वर्ष 2003 में हमारे द्वारा अभी तक किये गए कार्यो को विजन के तौर पर बताता तो शायद इसे ख्याली पुलाव कहकर मजाक उड़ाया जाता था लेकिन हमने वह सब कुछ कर दिखाया है जो 2003 में कोरी कल्पना कहलाता हम संकल्प लेते है कि जब छग अपनी रजत जयंती मनाएगा तब 25 साल के नौजवान छत्तीसगढ़ की जीएसडीपी आज से दुगुनी होगी प्रति व्यक्ति आय भारत के 5 अग्रणी राज्यो के शामिल होंगी आपको बता दें कि कल राज्यपाल बलरामजी दास टंडन निधन हो गया था उनके निधन के बाद प्रदेश में 7 दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है जिसकी वजह से स्वतंत्रता दिवस बेहद सादगी से मनाया जा रहा है प्रदेश में आयोजित किए गए सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है।