Oct 11, 2018
संतोष गुप्ता - एटीएम से ठगी का मामला अब आम हो चला है। बैंक के लाख सलाह के बाद भी लोग अपने एटीएम का पिन कोड व बैंक खाते से संबंधित अन्य जानकारियां मोबाईल पर साझा कर देते हैं। जिसका बाद में उन्हें खामियाजा उठाना पड़ता है। इस बार जशपुर के एक बुजुर्ग ठगी का शिकार हो गये। उनके भारतीय स्टेट बैंक बचत खाते से 12 बार में कुल 65 हजार रूपये निकाल लिये गये।
घटना की पुलिस को दी लिखित शिकायत
बता दें कि सुबह साढ़े 9 बजे उनके मोबाईल नम्बर पर एक अनजान नम्बर से काल आया था। उसने एटीएम कार्ड एक्टीवेट करने के लिये बजुर्ग दिनेन्द्र कुमार सिंह से एटीएम कार्ड का पिन कोड एवं अन्य जानकारीयां पूछ लिया। पिन कोड पूछने के कुछ देर बाद ही बजुर्ग के खाते से 12 बार में कुल 65 हजार रूपये निकाल लिये गये। बुजुर्ग देखता रह गया। काफी देर बाद बैंक जाकर घटना की जानकारी बैंक अधिकारियों को देने के बाद उसके खाते से पैसा आहरित होने का सिलसिला थमा। इस मामले में जशपुर (गम्हरिया) निवासी दिनेन्द्र कुमार सिंह ने आज सायं 4 बजे के आस-पास सिटी कोतवाली जशपुर में घटना की लिखित शिकायत की है। अब देखना होगा जशपुर पुलिस कब तक इस मामले को सुलझा पाती है।
अंजान व्यक्ति ने बैंक अधिकारी बनकर किया फोन
दरअसल 63 वर्षीय बुजुर्ग दिनेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जशपुर कलेक्टोरेट शाखा में उसका बचत खाता है। इस खाते में एटीएम की भी सुविधा है। कुछ दिन पहले एटीएम टूट गया था। जिसके बाद दूसरा एटीएम जारी कराने के लिये उसने बैंक में विधिवत आवेदन भी किया था। आवेदन देने के कुछ दिन बाद दूसरा एटीएम उसके घर के पते पर आ गया था। एटीएम को एक्टीवेट कराने के लिये दो दिन पहले वह बैंक गया था। बैंक के अधिकारियों ने तीन से चार दिन बाद दोबारा बैंक आने की सलाह दी थी। इसी बीच किसी अंजान व्यक्ति ने बैंक का अधिकारी बनकर उसके फोन पर काल कर एटीएम को एक्टीवेट करने की बात करते हुए जरूरी जानकारी हासिल कर ली जिसके बाद 12 बार में कुल 65 हजार रूपये उसके खाते से आहरित कर लिये गये।
बुजुर्ग ने बताया कि वह दो दिन पहले जशपुर कलेक्टोरेट स्थित एसबीआई शाखा में एटीएम एक्टीवेट करने को लेकर वहां गया था, जब उसके फोन पर काल आया तो वह व्यक्ति अपने आप को बैंक का अधिकारी बताया इसी विष्वास की वजह से उसने गोपनीय नम्बर साझा कर दिया।