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महासमुंद के अधिकारी-कर्मचारी मध्यान भोजन की राशि डकारने में पीछे नहीं

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Apr 26, 2018

छत्तीसगढ़ सरकार स्कूलों में बच्चों को भर पेट पौष्टिक भोजन देने के लिए मध्यान भोजन की योजना चला रही है इसके लिए बकायदा हर माह सरकार स्कूलों के लिए लाखों रूपये खर्च भी करती है लेकिन सरकार की इस योजना में शिक्षा विभाग के कुछ नोमाइंदे भ्रष्टाचार का पलीता लगा रहे है और मध्यान भोजन की राशि खुद के नाम पर निकालकर डकार जा रहे है।

अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहने वाला महासमुंद जिले का शिक्षा विभाग एक बार फिर से सवालों के घेरे में है शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार इस कदर हावी हो चुका है कि अब यहां के अधिकारी-कर्मचारी मध्यान भोजन की राशि को भी डकारने में पीछे नहीं हट रहे हैं दरसल विभाग के इस कारनामे का खुलासा एक आरटीआई से हुआ है महासमुंद के बसना ब्लॉक के बीईओ कार्यालय में पदस्थ बाबूओं और कर्मचारियों ने मिलकर मध्याह्न भोजन शाखा से चार साल में खुद के नाम से 12लाख से अधिक रुपए की राशि का आहरण किया है।

कर्मचारी अपने नाम से और सेल्फ चेक काटकर रूपये निकालते है और पैसाहिस्सेदारों में बांट लेते है बीईओ कार्यालय में पदस्थ बाबू और कर्मचारी महिला स्व सहायता समूहों को दी जाने वाली मध्याह्न भोजन की राशि खुद के नाम से निकाल रहे हैं कभी किसी कर्मचारी के नाम से तो कभी सेल्फ चेक के माध्यम से पिछले चार साल में मध्याह्न भोजन की 12 लाख रुपए से अधिक की राशि निकाली गई है।

आरटीआई कार्यकर्ता के अनुसार वित्तीय वर्ष 2014-15 से ही यह खेल जारी है सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त दस्तावेजों से इस मामले का खुलासा हुआ।