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ग्राम पंचायतों को किया ओडीएफ घोषित, शौचालय का निर्माण कार्य पड़ा अधूरा

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Jun 16, 2018

कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के कुछ ग्राम पंचायतो को odf गांव घोषित किया गया है, लेकिन शौचालय का निर्माण कार्य अब भी अधूरा पड़ा हुआ है लेकिन कागजो में पूर्ण कर दिया गया हैं वही। बता दें ऐसेबेड़ा ग्राम पंचायत को खुले में शौचमुक्त कर दिया गया है और यहां के शत प्रतिशत लोग शौचालय का उपयोग कर रहे हैं लेकिन अगर जमीनी हकीकत झांक कर देखा जाय तो उपरोक्त बातें महज कल्पना लगती हैं और कुछ नही।

हम बात कर रहे हैं आज से एक साल पहले ओडीएफ घोषित होने वाले कोयलीबेड़ा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत ऐसेबेड़ा की। इस ग्रांम पंचायत में आज भी शौचालय के कई हितग्राही खुले में शौच मुक्त होने के लिए पंचायतो का चक्कर काट रहे हैं। इस गाँव से शौचालयों की आने वाली तस्वीरों को देखकर आप भी अनुमान लगा सकते हैं कि इस गांव में स्वच्छ भारत मिशन का किस तरह मजाक उड़ाया गया है। 

इन तस्वीरों में कई शौचालय ऐसे हैं जिनमे न तो दरवाजे हैं, न टंकी है अगर टंकी बन भी गया तो ढक्कन गायब कहीं दीवाल भी खड़े नही हो पाए तो कही छत की ढलाई नही हुई तो कई नींव खुदाने का इंतज़ार कर रहे हैं। बताया जाता है कि निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक इस् ग्राम पंचायत में लगभग 550 शौचालयों का निर्माण होना था और कागजो में सभी शौचालयों को पूर्ण बताकर एक वर्ष पूर्व इस गाँव को ओडीएफ घोषित कर दिया गया था लेकिन जब इस पंचायत के आश्रित ग्राम गोविंदपुर में ही कई ऐसे हितग्राही मीले जिनका शौचालय कई महिने या साल भर से अधूरे पड़े हैं ।