Loading...
अभी-अभी:

बिलासपुरः आचार-सहिंता लागू होते ही लोकसभा चुनाव की सरगर्मी हुई तेज

image

Mar 16, 2019

डब्बू ठाकुर- लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू होते ही राजनीतिक दल और राजनीतिक दलों के नेताओं ने चुनावी ताल ठोकना शुरू कर दिया है। हाल ही में 2 महीना पहले ही छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव खत्म हुए हैं। पिछले 15 साल से छत्तीसगढ़ राज्य में एकछत्र राज कर रही भाजपा सरकार के जाते ही कांग्रेस के 15 सालों का वनवास खत्म हुआ। वर्तमान में कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ में चल रही है। एक के बाद एक चुनावी घोषणा को पूरा करते हुए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल विपक्षी दलों सहित विपक्षी नेताओं को पटखनी दे रहे हैं।

बिलासपुर-लोकसभा प्रत्याशी को लेकर जोगी कांग्रेस की बैठक अग्रहरि भवन कोटा में

आज कोटा नगर के अग्रहरि भवन में जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बैठक रखी गई, जिसमें की कोटा विधानसभा के जोगी कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित हुए। कार्यक्रम में लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह मुख्य रूप से आमंत्रित थे। साथ ही कार्यक्रम में देर से पहुंची कोटा विधानसभा की वर्तमान विधायिका डॉ.रेणु जोगी भी बैठक में पहुंची। इसके अलावा जोगी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और कोटा नगर के पदाधिकारियों की उपस्थिति कार्यक्रम में रही। कार्यक्रम में विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन को लेकर  ग्रामीण क्षेत्र के पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी बातें रखीं। लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तय की गई, साथ ही विधानसभा चुनाव में हुए बेहतर प्रदर्शन को लोकसभा चुनाव में भी बनाए रखने की बात कही गई। कार्यक्रम के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव में किए गए कार्य को लेकर अपनी पीड़ा भी जाहिर की।

लहरों से नौका पार नहीं होती, हिम्मत रखने वालों की कभी हार नहीं होती -धर्मजीत सिंह

कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने लोकसभा चुनाव में बिलासपुर लोकसभा के प्रत्याशी बनाए जाने की बात को लेकर पार्टी सुप्रीमो अजीत जोगी और मायावती पर फैसला छोड़ने की बात कही। पार्टी के सुप्रीमो अजीत जोगी का जैसा आदेश होगा, मान्य होगा। बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के नेताओं से सतर्क रहने के लिए कहा। छत्तीसगढ़ में जोगी जनता कांग्रेस पार्टी बिल्कुल नई है, इसलिए अभी संघर्ष काफी लंबा है। एक बार में ही सत्ता-हासिल हो आवश्यक नहीं है। अपने पूरे उद्बोधन के दौरान कांग्रेस पार्टी को ही निशाने पर रखा, भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान सांसद के पांच साल के कार्यकाल पर भी सवाल उठाया। उपस्थित कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव में विधानसभा चुनाव की तरह प्रदर्शन दोहराने की बात कही। कांग्रेस का गढ़ कहा जाने वाला कोटा विधानसभा में दोनों राष्ट्रीय दलों को हराकर कांग्रेस का गढ़ तोड़ते हुए कोटा विधानसभा में एक नया इतिहास बना दिया। इसका पूरा श्रेय धर्मजीत सिंह ने कोटा विधानसभा के कार्यकर्ताओं को दिया और एक बार पुनः आभार प्रकट करते हुए एक शेर के साथ “लहरों से नौका पार नहीं होती और हिम्मत रखने वालों की हार नहीं होती” कहकर संबोधन को समाप्त किया।