Apr 4, 2018
महामाया नगरी रतनपुर के प्राचीन मंदिर बूढा महादेव के कुंड में सफाई के दौरान 50 किलो का वजनी कछुआ मिला है। बता दें श्रमदान कर सफाई में जुटे लोग कछुए को देखकर हैरत में पड़ गए है। इस विशाल कछुए को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी थी सूचना मिलते ही वन अमला भी मौके पर पहुंच गया। इसके बाद उसे महामाया मंदिर स्थित पंचमुखी शिव मंदिर के कुंड में सुरक्षित छोड़ दिया गया है।
3 दिनों से कुंड की सफाई की जा रही है कचरा व दलदल युक्त पानी को लोग खाली कर रहे थे। इसी बीच दलदल में कुछ भारी चीज होने का एहसास हुआ, कुछ पल ग्रामीण डर भी गए फिर उसे देखने के लिए कीचड़ बाहर निकाला गया उसके बाद जो नजारा था उसे देखकर सभी की आंखें खुली की खुली रह गई कीचड़ के बीच से भारी कछुआ निकला। वजनी कछुआ मिलने से लोग भागते हुए कुंड तक पहुंचे और मोबाइल से फोटो लेने का सिलसिला चलता रहा इसी बीच वन विभाग का अमला भी पहुंचा इसके बाद उसे दूसरे कुंड में छोड़ दिया गया। कछुए को वन अमला रतनपुर से दूसरी जगह ले जा रहे थे लेकिन इसकी भनक लगते ही ग्रामीण विरोध में आ गए और वन कर्मियों को उसके लिए मना कर दिया गया विरोध देख अमला बाहर लेकर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका।
3 साल पहले भी मिला था बड़े आकार का कछुआ
पाली वन परिक्षेत्र के पोड़ी ग्राम पंचायत के लबदापारा गांव में खेत पर बड़े आकार का कछुआ घायल हालत में मिला था सूचना के बाद कानन पेंडारी जू की रेस्क्यू टीम वहां पहुंची और इलाज के लिए उसे लेकर लौटी उस समय यह बात कही गई थी कि इतना बड़ा कछुआ आमतौर नदी या समुद्र में पाए जाते हैं कछुए की पीठ और उसके नीचे के हिस्से में झांकने लगे थे जिसे देख कर लग रहा था कि कुल्हाड़ी से काटने की कोशिश की गई हो।
क्या है प्रबंधन का कहना
कानन पेंडारी जू प्रबंधन भी इस कछुए को देखकर हैरत में था प्रबंधन का मानना था कि इससे पहले उन्होंने भी इतना विशाल कछुआ कभी नहीं देखा, रतनपुर क्षेत्र में एक ढाबा संचालक को भी कछुए के साथ वन विभाग ने पकड़ा था। इससे क्षेत्र में कछुए की तस्करी को बल मिल रहा है।