Loading...
अभी-अभी:

समाजसेवी प्रकाशपुंज पांडेय ने मीडिया के माध्यम से कोरोना वायरस पर किया ध्यानाकर्षित

image

Apr 18, 2020

रायपुरः छत्तीसगढ़ के राजनीतिक विश्लेषक और समाजसेवी प्रकाशपुंज पांडेय ने मीडिया के माध्यम से कोरोना वायरस समस्या पर सरकार का ध्यानाकर्षित किया। उन्होंने आज के अति महत्वपूर्ण विषय पर ले जाते हुए कहा है कि वर्तमान स्थिति में कोविड-19 कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाव बहुत जरूरी है। इसके लिए ये बहुत ही महत्वपूर्ण है कि लॉक डाउन, फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ ही प्रत्येक नागरिक का कोविड-19 की जांच हो, क्योंकि नवंबर 2019 में जब चीन में कोरोना वायरस का पहला मरीज़ मिला, तब उसके बाद मार्च तक हमारे देश की सीमाओं को बंद नहीं किया गया था। अब सरकार को यह बताना मुश्किल है कि वायुमार्ग, जलमार्ग और पथमार्ग के माध्यम से नवंबर 2019 के बाद कितने लोगों ने भारत में प्रवेश किया। जब यह जानकारी हमारे पास नहीं है तो ये कैसे पता चलेगा कि उनमें से कितने लोग कोरोना वायरस से ग्रस्त हैं? उस स्थिति में ये गणना असंभव है कि कितने लोग उन कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आए थे।

लोगों का इलाज और उनकी सहायता कर रहे लोगों की सुरक्षा जरूरी

प्रकाशपुन्ज पाण्डेय ने कहा कि कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों से इस संक्रमण को आगे न बढ़ने देना यही सरकार का मुख्य उद्देश्य है। इसलिए नरेंद्र मोदी उस कोरोना वायरस के चेन के बारे में कहते हैं। यही चेन हमें तोड़ने के लिए 'फिजिकल डिस्टेंसिंग' का पालन करने के लिए सरकार कह रही है, जिसके लिए आज 21 के लॉक डाउन के बाद पुनः 19 दिन अर्थात 3 मई 2020 तक लॉक डाउन को बढ़ाने का फैसला लिया गया है। अब यह बात समझना आवश्यक है कि जो लोग वर्तमान स्थिति में इस संक्रमण से ग्रस्त हैं उन्हें सरकार कैसे पहचाने? इसका एक मात्र उपाय प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना वायरस की जांच कराना ही है। साथ ही उन लोगों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए जो इस भीषण महामारी के प्रकोप के बीच लोगों का इलाज और उनकी सहायता कर रहे हैं। चाहे वे डॉक्टर, नर्स, अस्पताल और चिकित्सा संबंधित सेवारत लोग हों या फिर पुलिस कर्मी, समाजसेवी, कोरोना वॉरियर्स आदि।