Apr 8, 2019
अरविन्द मिश्रा- जनपद पंचायत बलौदाबाजार अंतर्गत ग्राम खैरा के ग्रामीणों ने एकमत होकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए मतदान न करने का संकल्प लिया है। सरपंच सचिव द्वारा शौचालय निर्माण की राशि नहीं दिये जाने के कारण ग्रामीण आक्रोश में हैं। वहीं इनको समझाने गये तहसीलदार व जनपद सीईओ की गाडी को भी घंटों जाम कर दिया।
गांव में पूरी तरह शौचालय का निर्माण नहीं हुआ
जनपद पंचायत बलौदाबाजार अंतर्गत ग्राम खैरा के ग्रामीणो ने सरपंच सचिव व प्रशासन के विरूद्ध हल्ला बोलते हुए एक मत से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए मतदान न करने का निर्णय लिया है। इस बारे में गांव वालों ने बताया कि गांव को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है। पर अभी भी गांव में पूरी तरह शौचालय का निर्माण नहीं हुआ है। वहीं जिन्होंने अपना शौचालय निर्माण कराया है, उनको राशि नहीं दी जा रही है और घुमाया जा रहा है। इस बात को लेकर विगत तीन माह से जिला प्रशासन, जिला पंचायत को आवेदन दिया गया। जांच भी की गयी, पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। ना ही शौचालय का पैसा दिया गया है। इस कारण समस्त ग्रामवासियों ने मिलकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिये हैं।
ग्रामीण महिलाओं ने तहसीलदार का रास्ता रोक कर मामले का तत्काल निराकरण करने की मांग की
बता दे कि गांव में चारो तरफ दिवारों में लोकसभा चुनाव बहिष्कार के नारे लगे हुए हैं। गलियां सुनसान पड़ी हैं। इस बात की जानकारी जब प्रशासन को हुई तो तहसीलदार गौतमसिंह व जनपद सीईओ सीपी मनहर ग्राम खैरा पहुंचे और ग्रामीणों को काफी देर तक समझाने का प्रयास किया, पर ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। साथ ही उन्होंने तहसीलदार से तत्काल सरपंच को बुलाने की मांग की। जिस पर सरपंच को मोबाईल लगाया गया, लेकिन वह कवरेज क्षेत्र से बाहर बता रहा था। इस पर तहसीलदार नियमानुसार कार्यवाही की बात करते हुए वापस जाने लगे, तो ग्रामीण महिलायें बडी संख्या में उनकी गाड़ी के सामने बैठकर इस मामले का तत्काल निराकरण करने की बात कहने लगी। करीब दो से तीन घंटे तक ग्रामीण गाड़ी के सामने बैठकर राशि दिलाने की मांग करते रहे। इस संबंध में ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा है कि जब तक शौचालय की राशि नहीं मिलेगी, हम मतदान नहीं करेंगे और इस चुनाव का बहिष्कार करेंगे। इस संबंध में जब तहसीलदार और जनपद सीईओ से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।