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कोरबाः आर्मी का जवान बन कर ठग गिरोह डीजे संचालकों को लगा रहा चुना

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Apr 25, 2019

मनोज कुमार यादव- झारखंड के एक गिरोह द्वारा डीजे संचालकों से ठगी की जा रही है। जिले के आधा दर्जन से अधिक डीजे संचालक इस चक्कर में हजारों रुपए गवां चुके हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

ऑनलाइन ठगी या साइबर क्राइम तमाम प्रयास के बावजूद जारी है। इन दिनों झारखंड का ठग गिरोह डीजे संचालकों को चुना लगा रहा है। शादी-ब्याह के नाम पर डीजे बुक किया जाता है। मोबाइल से ही अग्रिम भुगतान के लिए अकाउंट नंबर मांगा जाता है, इसके बाद एक मैसेज भेज कर उसे क्लिक को कहा जाता है ताकि वह उसे रिसीव कर सके। क्लिक करते ही खाते से रुपए निकलने लगते हैं।

डीजे का एडवांस रूपया देने के नाम पर मांगता है अकाउंट नंबर

रामपुर आईटीआई निवासी कृष्णा डीजे के संचालक कृष्णा ने बताया कि कुछ दिनों पहले उसके मोबाइल पर फोन आया था कि उसे कोरबा में डीजे बुक करना है और डीजे का एडवांस रूपया उसके खाते में डाल देगा। उसके लिए उसने उसके अकाउंट नंबर मांगे। व्हाट्सएप पर अकाउंट नंबर भेजने के बाद ठग गिरोह का सदस्य उसे एक लिंक भेजा। उस लिंक को क्लिक करने के बाद उसके अकाउंट से रुपए निकलने लगे। कृष्णा की मानें तो ठग गिरोह का सदस्य उसे किसी आर्मी का जवान बता रहा था और वो देश की सेवा में लगा हुआ है। इसलिए अपने रिश्तेदार या दोस्त को उसके दूकान डीजे का बिल दे देगा। इसकी शिकायत उसने रामपुर चौकी पुलिस से की है।

व्हाट्सएप ग्रुप या फेसबुक से डीजे संचालकों का नंबर लिया जाता है

कोतवाली थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप या फेसबुक से डीजे संचालकों का नंबर लिया जाता है। नंबर मिलने के बाद बातचीत का सिलसिला आरंभ होता है और डीजे संचालक फंस जाते हैं। डीजे संचालकों ने इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है।

ऑनलाइन ठगी का किस्सा नया नहीं है। विडंबना यह है कि तमाम अपील और खबरों के प्रकाशन प्रसारण के बावजूद लोग लालच में फंस जाते हैं। यही वजह है ठगों या ऐसे गिरोह नया-नया तरीका ईजाद कर लोगों को अपने चंगुल में फंसा रहे हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपने अकाउंट नंबर या बैंक से संबंधित जानकारी किसी को न दे।