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बिलासपुर : नगर पंचायत कोटा में 9 सीटों पर भाजपा का कब्जा..

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Dec 24, 2019

डब्बू ठाकुर : नगर पंचायत कोटा में एक बार फिर से भाजपा का कब्जा हो गया है। पंद्रह में से 9 सीट पर भाजपा के पार्षदों ने जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस ने 5 और एक सीट पर छजका ने कब्जा किया है। भाजपा के बहुमत पाने के बाद वार्ड दो की भाजपा प्रत्याशी अमृता प्रदीप कौशिक का अध्यक्ष बनना लगभग तय हो गया है। मतगणना स्थल में सुबह से ही राजनैतिक पार्टियों के प्रत्याशी और उनके समर्थकों की भारी भीड़ जुट गई थी। नौ बजे जैसे ही मतगणना शुरू हुई लोगों की धड़कने बढ़ने लगी। कई दिग्गज प्रत्याशीयों के भाग्य का फैसला होना शुरू हो गया। भाजपा ने शुरू से ही वार्ड एक दो तीन और तेरह में अपनी बढ़त बना ली थी लेकिन पहला नतीजा वार्ड आठ के कांग्रेसी प्रत्याशी के खाते में गई। उसके बाद भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर शुरू हो गई लेकिन अंतिम समय में भाजपा ने वार्ड 01 ,02 ,03 ,09,10,13,15 ,10 तो 04 नम्बर वार्ड में अंतिम समय में अमरू साहू ने जीत दर्ज कर लिया। वहीं कांग्रेस ने वार्ड,05,06,07,08, और 14 में जीत दर्ज किया इसके अलावा एक सीट वार्ड 11 छजका के खाते में गई।

सबसे बड़ी जीत भाजपा को दो नम्बर वार्ड में मिली 
भाजपा की अमृता प्रदीप साहू ने अपने निकटतम विरोधियों पर बड़ी जीत की। यहां से भाजपा को 513 वोटों की बड़ी जीत मिली है। वही वार्ड 03 से उषा बाबा गोस्वामी ने 346 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। नगर में कोल वाशरी के मुद्दे पर ये दोनों ही पार्षद विरोध में थे और कहीं ना कहीं इसका लाभ इन दोनों को मिला है। वहीं कांग्रेस इस मुद्दे को नहीं भुना पाई। वहीं वार्ड 11 से रिध्दि सोना विमल गुप्ता ने छजका की लाज बचा ली।

अमृता प्रदीप कोैशिक का अध्यक्ष बनना तय 
नगर पंचायत कोटा में एक बार फिर से भाजपा अपना अध्यक्ष बिठाएगी। महिला अध्यक्ष सीट होने के बाद से ही पूर्व पार्षद प्रदीप कोैशिक ने अपनी धर्मपत्नि अमृता कौशिक को मैदान में उतारा था। अच्छे खासे वोटों से जीतने के बाद अब अमृता कोैशिक का अध्यक्ष बनना तय हो गया है। साथ ही पूर्व में उपाध्यक्ष रहे अजय अग्रवाल इस बार भी उपाध्यक्ष के पद पर काबिज होंगे।

जल्द हो सकता है शपथ ग्रहण 
नगर पंचायत में नौ सीटों के साथ कब्जा करने वाली भाजपा अब शपथ ग्रहण का इंतजार करेगी। जल्द ही नगर पंचायत में नए अध्यक्ष का काम काज शुरू हो जाएगा।

कांग्रेस की हार का मुख्य कारण 
नगर पंचायत कोटा में कांग्रेस के दिग्गज जहां नौ से दस सीट का दावा कर रहे थे वहीं रिजल्ट के बाद पांच सीट पर ही सिमट गए। इसका मुख्य कारण कांग्रेस के दिग्गज अपने अपने वार्ड में ही सिमट गए। कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष की धर्मपत्नी छह नंबर वार्ड से चुनाव लड़ रही थी इसीलिए इनका पूरा ध्यान अपने छह नम्बर वार्ड पर ही था तो एक और दिग्गज 14 नम्बर वार्ड में बंध गए। कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशियों को अपने संगठन और स्टार प्रचारकों का कोई सहयोग नहीं मिल पाया। वहीं भाजपा के प्रदीप कोैशिक और संगठन ने अपने वार्ड के साथ ही अन्य वार्ड के प्रत्याशियों का भरपूर सहयोग दिया और उसी का नतीजा है कि भाजपा ने नौ सीटों पर कब्जा कर लिया।

बारह नम्बर वार्ड के दो मत पत्र दस वार्ड से निकले 
वार्ड नम्बर बारह की जब पेटी खोली गई तो एक चौंकाने वाला मामला सामने आया यहां दो मतपत्र वार्ड 12 के प्रत्याशी के निकले। ये देख कर एक मीडियाकर्मी ने टोका तो अधिकारी भी सकते में आ गए बाद में कुछ और बवाल होता मामले को संभाल लिया गया लेकिन ये समझ नहीं आया कि वार्ड 12 के दो मतपत्र वार्ड 10 में कैसे निकले।