Mar 23, 2018
रायगढ़। नगर निगम के बजट पर इस बार फिर से पार्षदों ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने निगम अधिकारियों पर आम जनता के साथ सीधे-सीधे धोखा करने का आरोप लगाते हुए बजट सत्र का विरोध करने का निर्णय लिया है।
4 सालों से सिर्फ योजनाएं ही बनाई जा रहीं...
पूर्व महापौर सहित निगम के कांग्रेस पार्षद व प्रतिपक्ष के नेता सहित पूर्व महापौर ने भी इस पर सवाल उठाते हुए कहा है, कि निगम बीते 4 सालों से बजट पर केवल योजनाएं बना रहा है, लेकिन धरातल पर ये लागू नहीं होने से आम जनता को भी विकास की सौगात नहीं मिल पा रही है।
इनका यह भी आरोप है, कि हर साल निगम में विकास कार्यों का लेखा जोखा तो बनाया जाता है, पर हकीकत में इनको धरातल पर लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जाने से आम जनता के बीच नगर निगम की छवि खराब हो रही है, और अधिकारी भी आम जनता को झूठे सपने दिखाने में लगे हैं।
निर्माण कार्य है अधूरा...
बीते कई सालों से निगम की सड़कें और सांस्कृतिक भवन का निर्माण कार्य भी आधा अधूरा पड़ा है। साथ ही साथ कई विकास कार्यों को बजट में लाया तो जाता है, लेकिन इन्हें पूरा करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जाते। इन दोनों नेताओं का यह आरोप है, कि इस बार भी निगम के बजट में पार्षदों से राय तो ली जा रही है, लेकिन हकीकत में बजट के बाद कोई पहल नहीं की जाती।
इनका कहना है...
वहीं निगम के सभापति ने कहा है, कि इस बार का बजट आम जनता के हितों के लिए होगा और बकायदा इसके लिए तैयारी भी की जा रही है। उनका कहना है कि पूर्व के बजट में योजनाएं तो बनी थी पर उनके लिए जिस मद से राशि आनी थी उसके नहीं आने के चलते वो कार्य पूरे नहीं हुए हैं।