Oct 13, 2017
लखनऊ/यूपी : चित्रकूट में गोस्वामी तुलसीदास जी की जन्म स्थली राजापुर के समीप स्थित कलवलिया ग्राम पंचायत का संडवावीर टीला लोगों और पुरातत्व विभाग के लिए महत्वपूर्ण बन गया हैं। ताम्र पाषाण युग की झलक दिखा चुका टीला और पुरातत्व विभाग के लिए नव पाषाण युग की खोज का विषय बना हैं।
जिसके लिए शकुंतला देवी मिश्र पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ और पुरातत्व विभाग की टीम लगी हैं। इस टीम को उत्खनन कार्य में बड़ी सफलता हाथ लगी। टीम लीडर विवि के इतिहास विभागाध्यक्ष डॉक्टर अवनीश चंद्र मिश्र के मुताबिक खुदाई में ताम्र पाषाण युग के अवशेष निचली धरातल में मिले हैं।
ए-वन ट्रंच में आठवें लेयर की खुदाई के दौरान झोपड़ी के साथ चूल्हा, हड्डी, हाथ के बने मिट्टी के खाने व पीने के बर्तन मिले हैं। साथ ही जली मिट्टी, कार्बन और तांबा भी मिले हैं। जो ताम्र पाषाण युग के पुख्ता प्रमाण को प्रदर्शित करते हैं।
डॉ अवनीश चंद्र मिश्र ने बताया कि खुदाई में मिले प्रमाणों ने उनकी टीम के साथी क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी इलाहाबाद डॉ रामनरेश पाल, असिस्टेंट प्रोफेसर बृजेश रावत, वीरेंद्र शर्मा और वीके खत्री में नया जोश भर दिया हैं।