Jan 26, 2020
नई दिल्ली: आज भारत अपना 71वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को स्वीकार किया था। जबकि 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान पूरे देश में लागू हुआ था। इसी उपलक्ष में हर साल गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया, क्योंकि 26 जनवरी 1929 को अंग्रेजों की गुलामी के विरुद्ध कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पास किया था। गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर इंडियन आर्मी पूरी दुनिया को अपने अदम्य साहस और देश के महान इतिहास की झलक पेश कर रही है। वहां पर उपस्थित सभी लोग आर्मी और राज्यों के झांकियों को देखकर भाव विभोर हो रहे हैं और अपने भारतवासी होने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। समारोह में देश की बढ़ती हुई सैन्य ताकत, बहुमूल्य सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक-आर्थिक उन्नति का भव्य प्रदर्शन किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ की शिल्प कला और आभूषण पर आधारित झांकी का प्रदर्शन रहा शानदार
गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियस बोलसोनारो हैं। प्रदेशों की सांस्कृतिक झांकियों को वे बड़े उत्साह और रोमांच से देखते रहे। उनके साथ पीएम मोदी और राष्ट्रपति कोविंद भी उपस्थित थे। राजपथ पर इंडियन आर्मी का T-90 भीष्म टैंक को पेश किया गया। इस टैंक को कमांड कर रहे थे कैप्टन सन्नी चहर। इसके अलावा के-9 वज्र-टी टैंक की भी नुमाइश की गई। 269 मीडियम रेजीमेंट के कैप्टन अभिनव साहू इस टैंक को कमांड दे रहे थे। इसके साथ ही राजपथ पर इंडियन आर्मी की पैराशूट रेजिमेंट की टुकड़ी, बोइंग पी-8I लॉन्ग रेंज मेरीटाइम पट्रोल एयरक्राफ्ट और कोलकाता क्लास डिस्ट्रायर ने सबका दिल जीत लिया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर कई राज्यों ने अपनी झांकियां प्रस्तुत की और देश की संस्कृती को पेश किया। जिसमें छत्तीसगढ़ की झांकी का विशेष रंग रहा। आदिवासी संस्कारों की झलक और लोककला ने दर्शकों को मुग्ध कर दिया।