Mar 20, 2018
छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कन्हैया अग्रवाल ने स्कूल शिक्षा विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा है, कि प्रायमरी और अपर प्रायमरी मिडिल स्कूल के बच्चों के प्रश्न पत्रों की छपाई के नाम पर पिछले पांच सालों में 100 करोड़ से ज्यादा का गोलमाल किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि गोपनीयता के नाम पर अलग अलग प्रदेशों एवं केन्द्रीय विद्यालय से मंगाए गए टेंडर को दरकिनार कर सीधे सीमित निविदा से खरीदी कर घोटाले को अंजाम दिया है।
बिना टेंडर किया कार्य...
आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्र पांच रुपए से सात रूपए की दर से प्रति सेट में प्रकाशित कराए जा सकते थे, लेकिन वह सेट आठ से दस गुना अधिक दरों पर बिना टेंडर प्रकाशित किया गया है।
प्रदेश में पहली से आठवीं तक की कक्षाओं में लगभग 35 लाख विद्यार्थी परीक्षा में बैठते हैं, जिसके तहत 14 करोड़ रूपए वार्षिक और 14 करोड़ रूपए अर्धवार्षिक परीक्षा हेतु सेट की खरीदी में खर्च किया जा रहा है, जबकि सभी कार्य टेंडर करके कराया जाए तो पांच से सात रूपए प्रति सेट की दर से किया जा सकता है। इस तरह प्रतिवर्ष लगभग 20 से 22 करोड़ रूपए का घोटाला किया जा रहा है।
कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन...
उन्होंने बताया कि अन्य प्रदेशों में खुले टेंडर के माध्यम से खरीदी की गई है, लेकिन छत्तीसगढ़ में टेंडर को किनारे कर सीमित निविदा के माध्यम से खरीदी की है ,जो कि गलत है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है, कि शिकायत के बाद भी अगर सरकार ध्यान नहीं देती है, और दोषियों के ऊपर कार्रवाई नहीं होती है, तो उग्र धरना प्रदर्शन और आंदोलन किया जाएगा।