Loading...
अभी-अभी:

अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवसः मुस्कुराओ कि कोई बात बने

image

Mar 19, 2019

डिजीटल टीमः आज पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस मना रहा है क्योंकि आज है 20 मार्च यानी कि अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस। विश्व भर में पहला अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस 20 मार्च 2013 को मनाया गया था। भूटान की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 20 मार्च को अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस घोषित किया था। भूटान ने तो 20 मार्च को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया हुआ है ताकि परिवार के लोग एक साथ रह सकें, साथ ही खुशियां मना सकें। भूटान के प्रधानमंत्री जिग्मे वाई थिनले ने कहा कि प्रसन्नता दिवस पर अवकाश घोषित कर सरकार ने प्रत्येक देशवासी को यह सोचने का अवसर दिया है कि जीवन में आनंद की प्राप्ति के लिए क्या जरूरी है। सच पूछो तो आज के संदर्भ में यह गहन चिंतन का विषय है कि वाकई में हमें क्या चाहिए। 

हम खुश होना भूल गये हैं, मुस्कुराइये, खिलखिलाइए, हंसिए, गुनगुनाइए

यूं तो खुशियों का कोई दिन निश्चित नहीं होता। मुस्कुराने की कोई सीमा नहीं बांधी जा सकती। आपका जब भी मन करें मुस्कुराइये, खिलखिलाइए, हंसिए, गुनगुनाइए, क्योंकि यही वो ऊर्जा है जो जीवन में उत्साह और जोश भर देता है। चिंता करने के लिए हमारे जीवन में काफी पल आते हैं, बहुत से विषय मिल जाते हैं। अपनी चिंता, अपनों की चिंता, पड़ौसी की चिन्ता, साथ काम करने वालों की चिंता, राह में आने जाने की चिंता, पकाने की चिंता, खाने की चिंता, तन की चिंता, धन की चिंता, मन की चिंता....उफ्फ। संख्या भी कम पड़ जाये गिनते गिनते, मगर मुस्कुराने और खुशियां मनाने के लिए हमारे पास होते हैं बस कुछ ही पल, ऐसा क्यों, कभी सोचा है। वो इसलिए कि हम खुश होना भूल गये हैं। इस भागती-दौड़ती ज़िंदगी में हमें खुशियों की चिंता तो है परन्तु हम जतन नहीं करते खुश होने का। कभी दिल से हौसला कीजिए और हर हाल में खुश रहना अपनी आदत बना लीजिए। बस फिर जो होगा वही जीवन है, जीवन्त है।  

तो चलिए आज ही से शुरूआत करते हैं मुस्कुराने की, कुछ मस्ती में गुनगुनाने की अपनी पसंद के गीतों को, बेवजह खिलखिलाने की अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के साथ। मकसद तो बस इस बात को स्वीकार करना है कि संतोष और खुशहाली सिर्फ व्यक्तिगत लक्ष्य नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी जीवन का लक्ष्य बनाया जाना चाहिए।