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शहीद हुये जवान को उसकी तीन महीने की बेटी परी ने दी मुखाग्नि, उमड़ा जन सैलाब

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Jan 18, 2020

गुरदासपुर: 13 जनवरी को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के उड़ी सैक्टर में पोस्टेड पंजाब के जिला गुरदासपुर के गांव सिद्धपुर के 26 वर्षीय जवान रंजीत सिंह सलारिया शहीद हो गए थे। शुक्रवार को उनकी पार्थिव देह उनके पैतृक गांव सिद्धपुर पहुंची। यहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शहीद जवान की तीन महीने की बेटी परी ने उन्हें मुखाग्नि दी, वहीं मां और बहन ने अर्थी को कंधा दिया। इस दौरान पूरे गांव का माहौल बेहद गमगीन हो गया।

तिरंगे में लिपटी शहीद रंजीत की पार्थिव देह को देख हर किसी की आंखे हुई नम

17 जनवरी को रंजीत सिंह सलारिया की पार्थिव देह तिरंगे में लिपटी हुई गांव पहुंची, तो हर एक की आँखों में आंसू आ गए। मां रीना देवी, पिता हरबंस सिंह, पत्नी दीया व बहन जीवन ज्योति की करुणामयी सिसकियां लोगों के दिलों को छलनी कर रहीं थी। पत्नी दीया ने जब शहीद पति के ताबूत को देखा तो उसके सब्र का बांध टूट गया। रोते हुए शहीद की पत्नी के मुख से यही शब्द निकले कि 'मेरे रंजीत को ताबूत से बाहर निकालो, उसका दम घुट रहा है। मेरी परी को अपने पापा को देखना है, देख परी पापा आ गए हैं। इतनी बातें कहते ही वह बेसुध हो गई।' जब सेना के जवान तिरंगे में लिपटी रंजीत की पार्थिव देह को श्मशान ले जाने लगे तो चार दिन से बेसुध शहीद की मां व बहन के कंधों में न जाने कहां से इतनी शक्ति आ गई कि उन्होंने उसकी अर्थी को कंधा देकर मुक्तिधाम तक पहुंचाया। उन्हें ऐसा करता देख हर किसी की आँखें नाम हो गईं।