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छत्तीसगढ़ कृषि महाघोटालाः ऑडिट रिपोर्ट का फिर परीक्षण कराने आदेश

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Feb 24, 2018

रायपुर। कृषि विभाग में 3 सौ करोड़ के किसान अनुदान घोटाले के खुलासे के बाद से कृषि विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच मीडिया में घोटाला उजागर होते ही कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने ऑडिट रिपोर्ट के फिर से परीक्षण कराने आदेश दिए हैं।

कृषि मंत्री का कहना...

मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का कहना है, कि उन्होंने खुद थर्ड पार्टी ऑडिट कृषि उपकरणों के वितरण कराने के निर्देश दिए थे। चुंकि 6 हजार से अधिक हितग्राही किसानों को लाभ देने का मामला है, लिहाजा फिर इस मामले का परीक्षण कराया जा रहा है। परीक्षण के बाद जहां भी गड़बड़ी मिलेगी वहां उक्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेकिन एसे में सवाल उठता है कि जब नाबार्ड जैसी संस्था ने जांच प्रतिवेदन दिया है, तो उस पर भी  विश्वास क्यों नहीं किया जा रहा। यही वजह है कि फिर से इस मामले में परीक्षण कराया जा रहा है, जो कि और भी कई सवाल खड़े करता है।

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क्या था मामला...

दरअसल कुछ दिनों पहले कृषि विभाग में एक बार फिर महाघोटाला उजागर हुआ था। किसानों की सब्सिडी के करोड़ों रुपए किसान की जगह किसी और ने हड़प लिए। सूचना के अधिकार में मिले दस्तावेजों से इस घोटाले का खुलासा हुआ था।

सरकार की ओर से कराए भौतिक सत्यापन में खुलासा...

कृषि विभाग के बीज एवं कृषि विकास निगम की ओर से किसानों को बांटे गए कृषि उपकरणों के वितरण में घोटाले का खुलासा सरकार की ओर से कराए गए भौतिक सत्यापन में हुआ। दरअसल सरकार ने थर्ड पार्टी के रूप में नाबार्ड के जरिए किसानों को बांटे गए सब्सिडी का भौतिक सत्यापन कराया और उसमें जो खुलासा हुआ उसने अधिकारियों के महाघोटाले को उजागर कर दिया। आरटीआई से मिले दस्तावेजों में उत्तर बस्तर कांकेर और बिलासपुर जिले के प्रकरण सामने आए थे।