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व्हाट्स एप से राजनीति नहीं चलती, पसीना बहाना पड़ता है : सीएम रमन

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Mar 20, 2018

सीएम रमन का लोक सुराज चल रहा है विपक्ष की सोशल मीडिया पर राजनीति भी तेज हुई है लोक सुराज में सरकार विकास नामा गढ़ रही है, तो सोशल मीडिया पर कांग्रेस सवाल उठा रही है छत्तीसगढ की राजनीति भी इन तमाम तस्वीरों के इर्द-गिर्द रह गई है दरअसल सोशल मीडिया पर सियासत का ये मुद्दा मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह के उन बयानों के बाद छिड़ा है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस को नसीहत देते हुए दो टूक कहा कि- संगठन को मजबूत करो बाकी सब भूल जाओ। केवल व्हाट्स एप से राजनीति नहीं चलती, पसीना बहाना पड़ता है।

मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कांग्रेस नेताओं को नसीहत दी है ये नसीहत है सोशल मीडिया की राजनीति से बाहर निकलकर संगठन को मजूबत करने की दिशा में काम किए जाने को लेकर। दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया के जरिए कांग्रेस, बीजेपी सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साध रही है अब जब खुद सीएम ही कांग्रेस को नसीहतें देने लगे, तो सवाल खड़ा होता है कि क्या सोशल मीडिया पर मुखर हुई कांग्रेस की रणनीति कारगर साबित हो रही है।

रमन ने कहा कि पिछले दो महीने से हमारे 18 हजार कार्यकर्ता जमकर पसीना बहा रहे हैं ये होता है संगठन ताकत। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग केवल होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और व्हाट्स एप ट्विटर पर राजनीति करते हैं इससे मतदाता को असर नहीं पड़ता। भूपेश बघेल का काम यही है कि मैं क्या कर रहा हूँ, उसे ट्वीट करना। इसके अलावा उनकी कोई दूसरी दिनचर्चा नहीं है ये अच्छा है कम से कम इसी को ट्वीट करते रहे। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।

इधर सोशल मीडिया पर तीसमारखां बन चुकी कांग्रेस के लिए रमन की नसीहत पर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार के विरोध में मुद्दे उठाना प्राथमिकता है। सोशल मीडिया की राजनीति में जरूर कांग्रेस ने लीड लिया हो, लेकिन बीजेपी भी सोशल मीडिया वाॅर में अब पीछे नहीं रही बहरहाल इतना तो जरूर है कि यदि संगठन को मजबूत करने की रमन की नसीहत को कांग्रेस मान ले, तो इसमें नुकसान तो कतई नहीं।