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पुलिस ने छेडछाड की घटनाओं पर लगाम कसने कि लिए बनाया एक्शन प्लान

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Jan 8, 2018

ग्वालियर। ग्वालियर में स्कूल, कॉलेज या सड़क से गुजरने वाली छात्राओं को छेड़ने या फब्तियां कसना अब मजनुओं को महंगा पड़ेगा। जी हां ग्वालियर पुलिस ने छात्राओं के साथ होने वाली छेड़छाड़, बदसलूकी जैसे घटनाओं को रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया है। पुलिस अब छात्राओं को ही ऐसी घटनाओं से निवटने के लिए मजबूत बनाने की पहल शुरु कर रही है। जी हां, ग्वालियर पुलिस अब स्कूल कॉलेज की छात्राओं को मार्शल ऑर्ट की ट्रेनिंग देगी। पुलिस डिपार्टमेंट की लेडीज विंग द्वारा 15-15 दिन के ट्रेनिंग कैम्प शुरु करेगी। ग्वालियर शहर में स्कूल, कॉलेजों के आसपास या फिर राह चलती छात्राओं को मजनूओ की फब्तियों का शिकार होना पड़ता है। पुलिस आंकड़ों पर गौर करें तो सालभर में छात्राओं से छेड़छाड़, अश्लील हरकत और हमले की सैकड़ों से ज्यादा शिकायतें पुलिस के पास पहुंची थी। छात्राओं के साथ होने मजनूओं द्वारा की जाने वाली अश्लील हरकतों और फब्तियों से निवटना पुलिस के लिए बड़ा चुनोती रहती है। पुलिस के सामने सबसे बड़ी परेशानी बल की कमी रहती है, सड़क-दर-सड़क या हर स्कूल-कॉलेज के पास बल तैनात करना संभव नही हो पाता है। ऐसे में ग्वालियर पुलिस ने इन घटनाओं को रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया है। पुलिस अब स्कूल-कॉलेज की छात्राओं को मार्शल ऑर्ट के गुर सिखाएगी। पुलिस की स्पेशल लेडीज़ विंग तैयार होगी जो स्कूल-कॉलेज की लड़कियों को 15-15 दिन के कैंप लगाकर स्पेशल ट्रेनिंग देगी। ग्वालियर में स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं का कहना है कि आज के दौर में जब वो घर से निकलती है तो सड़कों पर उनको युवाओं और मनचलों की फब्तियों का शिकार होना पड़ता है। हर उम्र के लोग उनको घूरते दिखाई देते हैं। ऐसे में घर से निकलने के बाद खुद को बेहद असुरक्षित महसूस करती है। कई बार तो भद्दे कमेंट सुनने के बाद उनको शर्मिंदा तक होना पड़ता है। लिहाजा ग्वालियर पुलिस का मॉर्शल ट्रेनिंग प्लान उनके लिए बेहतर रहेगा। लड़कियों का मानना है कि मॉर्शल ऑर्ट की ट्रेनिंग से वो शारीरिक और मानसिक रुप से मजबूत होंगी और आने वाली परेशानियों, छेड़छाड़ का मुंहतोड़ जवाब दे पाएंगी। अमूमन हर छात्रा का मानना है..... उनको घर से निकलने के साथ ही खुद की सुरक्षा की फिक्र महसूस होती है। साथ ही छेड़छाड़, फब्तियों का शिकार होना पड़ता है। ग्वालियर ही नही हर शहर के हाल कुछ इसी तरह के बनते जा रहे हैं। इनको रोकने के लिए पुलिस की सख्ती के साथ ही छात्राओं का मजबूत होना जरुरी है। इसी मिशन को ग्वालियर पुलिस शुरु करने जा रही है।