Loading...
अभी-अभी:

गाजे बाजे के साथ निकली बंदर की अर्थी

image

Aug 3, 2017

शहडोल : मध्यप्रदेश के सबसे बड़ी ग्राम पंचायत के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली ग्राम पंचायत बकहो में कुत्तो के काटने से बंदर की मौत हो गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने बाजे गाजे के साथ बंदर की अर्थी निकाली गई और नगर भ्रमण कराकर भू समाधी देकर एक अनूठी मिशाल पेश की।

शहडोल जिले  के जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बकहो  के वार्ड नं 6 में कुछ बंदर रहते थे। सोमवार को कुछ कुत्तों ने एक बंदर को  नोच कर जख्मी कर दिया था। तबसे वह  वहीं  घायल अवस्था में पड़ा था। आसपास के लोगों ने उसका इलाज भी किया, जिंदगी और मौत की इस लड़ाई के बाद  मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया।

बंदर के मौत की खबर जैसे ही गांव में फैली लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और बंदर की मौत से ग्रामीण दुखी हो गये।  गांव के साथ आस-पड़ोस के लोगों ने उसके शव का अंतिम संस्कार वैदिक परम्पराओं के अनुसार करने का निर्णय लिया। मृत बंदर को नाहला कर नये केसरिया वस्त्र पहना कर उसकी अर्थी निकालकर गाजेबाजे के साथ नगर भ्रमण कराया।

यह अर्थी जिस मार्ग से गुजरी वहां पर मौजूद लोगों ने पुष्प अर्पित कर भगवान हनुमान के प्रतिरूप माने जाने वाले बंदर को नम आखों से  अंतिम विदाई दी। जिसके बाद हनुमान मंदिर के समीप  भू समाधि दे दी गई। लोगों का मत हैं कि सभी के सहयोग से उक्त स्थान पर हनुमान जी के मंदिर का निर्माण किया जाएगा।