Sep 7, 2017
ग्वालियर : मध्य प्रदेश की ए ग्रेड यूनिवर्सिटी में शुमार ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी के कुलपति का पद एक बार फिर विवादों में हैं। यूनिवर्सिटी के कई प्रोफेसर वर्तमान कुलपति संगीता शुक्ला को लेकर मुखर हो गए हैं। साथ ही उनकी नियुक्ति तक को हाईकोर्ट में चैलेंज कर रहे हैं। वहीं उच्च शिक्षा मंत्री ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।
ग्वालियर जीवाजी यूनिवर्सिटी में कुलपति चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया गया हैं। राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष प्रो एपीएस चौहान ने राज्यपाल को याचिका पत्र भेजा हैं। उनका आरोप हैं कि प्रो. स्वतंत्र शर्मा को नियम विरुद्ध कुलपति चयन समिति का सदस्य चुना गया हैं। वे वर्तमान कुलपति प्रो संगीता शुक्ला के नजदीकी हैं।
प्रो शुक्ला ने भी कुलपति के लिए आवेदन किया हैं। ऐसे में चयन प्रक्रिया प्रभावित होगी। इसके अलावा उन्होंने चयन समिति के दूसरे सदस्य प्रो देवराज एच पर भी आपत्ति जताई हैं। दरअसल 13 जून को जीवाजी यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो संगीता शुक्ला ने नए कुलपति को लेकर राजा मान सिंह कॉलेज की पूर्व कुलपति स्वतंत्र शर्मा के नाम पर सहमति से पास कर दिया था।
जिसका विरोध कार्य परिषद की बैठक में भी हुआ था। साथ ही संगीता शुक्ला पर ये भी आरोप लगे थे कि स्वतंत्र शर्मा को संगीता शुक्ला ने डमी कैंडिडेट के रूप में चयन किया हैं। जिससे वहां फिर से रिपीट हो सके। चयन समिति के लिए दूसरा नाम यूजीसी के पूर्व उपाध्यक्ष प्रो देवराज एच पर भी आपत्ति जताई हैं।
प्रो चौहान के अनुसार 2013 के कुलपति चयन समिति में भी वह सदस्य रहे हैं, उस समिति ने ही कुलपति प्रो संगीता शुक्ला का चयन किया था। प्रो देवराज भी वर्तमान कुलपति के नजदीकी हैं। इससे कुलपति चयन प्रक्रिया प्रभावित होगी। जिसके बाद ये मामला उच्च शिक्षा मंत्री के पास पहुंचा हैं और उन्होनें पूरे मामले को लेकर जांच के आदेश दिए हैं।