Nov 29, 2017
जबलपुर : ग्राम चरगवां के भिड़की प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ लेडी हेल्थ विजिटर टी पटले अपने प्रभारी बीएमओ की प्रताड़ना का शिकार होकर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। 24 नवंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी का शिविर लगाया था।
टारगेट पूरा करने के लिए प्रभारी बीएमओ आसुतोष अग्निहोत्री और एमपीडब्ल्यू परशुराम भी जूझ रहे थे। इसी बीच मैडम त्रिजेश्वरी पटले पर प्रभारी बीएमओ अग्निहोत्री और परशुराम तिवारी भारी जनता के बीच अभद्रता पर उतारु हो गए और धमकी दी कि महिला की नौकरी खा लेंगे।
रिटारमेंट के करीब ये महिला कर्मचारी ऐसे शब्दों को बर्दाश्त न कर सकी और उसका बीपी हाई हो गया, वो वहीं गिर गई। अब उसका इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। डॉक्टर बोल रहे है कि ब्रेन हेमरेज हुआ है। महिला कुछ भी नहीं बोल पा रही है।
महिला के पति यशवंत सिंह ने प्रभारी बीएमओ और साथी कर्मचारी परशुराम तिवारी पर आरोप लगाया है कि पहले भी कई बार ये उनकी पत्नी को बेवजह प्रताड़ित कर चुके हैं। इस बार जनता के बीच ऐसे शब्द कहे, जिसको पत्नी बर्दाश्त न कर सकी और आज उसका ये हाल हो गया है।
ग्राम भिड़की स्थित स्वास्थ्य विभाग में पूरी टीम टारगेट और कमीशन के लिए लगी रहती है। नसबंदी के शिविर में जो भी महिलाएं आती है और जो उनको प्रोत्साहन राशि दी जाती है, उसमें सबका कमीशन फिक्स होता है।
बीएमओ के लिए परशुराम तिवारी उगाही का काम करता था। इसलिए वो प्रभारी बीएमओ का खास था और जो ये काम नहीं करता था, उसको रोज अपमानित किया जाता था। मैडम के साथ भी यही हुआ, जो टारगेट और वसूली के खेल में शामिल न हुई, तो प्रभारी बीएमओ के निशाने में आ गयी।
अब वे उनके किये का शिकार होकर अचेत अवस्था में भर्ती हैं। प्रभारी बीएमओ पर किसी तरह की कार्यवाई अब तक नहीं हुई है। ऐसे में बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ आंदोलन की भूमिका भी बना रहा है।
अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि छोटे कर्मचारियों के साथ बीएमओ हो या सीएमएचओ इसी तरह का बर्ताव किया जाता है। दोनों आरोपी कर्मचारियों पर कार्यवाई होनी चाहिए, नहीं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
वहीं जबलपुर मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी मुरली अग्रवाल इस पूरे मामले से अंजान है, क्योंकि अभी तक उनके पास ऐसी कोई भी शिकायत नहीं पहुंची है। उनका कहना है कि अगर कोई शिकायत आती है, तो उसकी जांच करा कर उचित कार्यवाई करेगें।