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मीटर वाचकों का कलम बन्द आंदोलन, मांग रहे संविदा का अधिकार

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Sep 7, 2017

अनूपपुर : मप्र इन दिनों हड़ताल का अखाड़ा बनता जा रहा हैं। छोटे-बड़े शासन के कर्मचारी-अधिकारी अपनी बात मनमाने के लिए आए दिन हड़ताल, धरना, विरोध प्रदर्शन करते दिखाई दे रहे हैं। राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को मोटी तनख्वाह कम पड़ रही हैं और बात-बात पर हड़ताल में बैठ जाते हैं।

कुछ ऐसा ही हड़तालों का क्रम अनूपपुर जिले में हो रहा हैं।  एक सितम्बर से बिजली विभाग के अधीनस्थ काम कर रहे मीटर वाचक भी अनिश्चित काल के लिए कलम बन्द आंदोलन कर रहे हैं और अपनी विभिन्न मांगों को मनवाने का प्रयास कर रहें हैं।

मध्य प्रदेश सरकार विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड जबलपुर ने फेंडको कम्पनी को मीटर वाचक एवं बिल वितरण करने के लिए ठेका दे दी हैं। तो मीटर रीडर फेंडको कम्पनी के खिलाफ लामबंद हो गए हैं और प्रदेश भर के मीटर रीडर मध्य प्रदेश सरकार से संविदा नियुक्ति की मांग कर रहें हैं।

6 मार्च 2017 को भोपाल के दशहरा मैदान में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर ऊर्जा मंत्री से मांग की गई थी, लेकिन अब तक मीटर रीडरों की मांग पर अमल नहीं किया गया। जिससे 1 सितंबर से मीटर रीडर पुनः अनिश्चित कालीन कलम बन्द आंदोलन पर हैं।

मीटर रीडरों ने अनूपपुर विधानसभा के बीजेपी विधायक रामलाल रौतेल को ज्ञापन देकर सरकार तक बात पहुंचाने के लिए चर्चा किए। वहीं रामलाल रौतेल ने बताया कि सरकार कर्मचारियों के  सम्मान की हितों को लेकर सरकार संविदा शब्द को ही विलोपित करने के पक्ष में हैं। विधायक ने कहा कि उनके द्वारा मीटर रीडरों के उचित मांगों को लेकर सरकार से बात करेंगें।

वहीं बिजली विभाग के जिला अधिकारी ने बताया कि मीटर रीडर हड़ताल पर हैं, इसलिए विभाग बिजली बिल हितग्राहियों तक पहुंचाने से लेकर राशि वसूली  का कार्य विभागीय कर्मचारियों से कराया जा रहा हैं। बिजली बिल हितग्राहियों को प्रदान किया जा रहा हैं। 

मीटर रीडरों की मांग सरकार मानती हैं, तो सरकार को लाइन मैन की कमी की पूर्ति कुछ हद तक होगी और शासन को उपभोक्ताओं तक बिजली सही ढंग से उपलब्ध कराने में मदद मिल सकती हैं। फिलहाल मीटर रीडरों का कलम बन्द प्रदेशव्यापी आंदोलन जारी हैं।