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लूट की रिपोर्ट लिखाने आये युवक खुद निकले लूट के आरोपी

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Dec 22, 2017

भिंड। क्या आपने कभी सुना है कि आरोपी लूट की वारदात को अंजाम दें और खुद ही लूट की रिपोर्ट लिखाने पहुंच जाएं। ऐसा ही मामला भिंड क्षेेेत्र में सामने आया है। 20 दिसम्बर को संजय यादव पिता तेज प्रताप सिंह यादव (23)  जिला औरैया ने डायल 100 को सूचना दी, कि कनावर  रोड पर दो नकाबपोशों ने उनके ऊपर लूट करने की नियत से फायर किया जिसमें गोली उसके कान के पास लगी है। सूचना पर डायल हंड्रेड संजय व उसके साथी दीपक यादव को जिला अस्पताल भिंड लेकर पहुंची जहां से संजय यादव को उपचार के लिए ग्वालियर रेफर किया। ये घटना पुलिस अधीक्षक भिंड को बताई।घटनास्थल पर एफ एस एल टीम को भेजा गया जब घटना स्थल का मुआयना किया तो घटनास्थल पर टूटी हुई मोतियों की माला, अंगूठी पाई गई जिससे संजय यादव द्वारा बताई गई घटना पर संदेह उत्पन्न हुआ इसी के चलते मामले को गंभीरता से लेते हुए बारीकी से जांच की गई। 

ऐसे हुआ खुलासा...

जांच में पता चला कि 21 दिसम्बर को फरियादिया रजनी पुत्र रामअवतार जाटव उम्र 18 साल ने ऊमरी पुलिस को बताया कि वह 20 दिसम्बर को भिण्ड जाने के लिए गांव से जीप में बैठकर ऊमरी आई। कनावर तिराहे पर गांव का ही व्यक्ति  वीरभान मिला जिसने पूछा कहां जा रही हो तो रजनी ने  कहा मैं भिंड जा रही हूं तो वीरभान ने कहा मैं भी जा रहा हूं रुक जाओ मुझे पैसे लेना है। दोनों मोटरसाइकिल से कनावर रोड पर एक गांव में पैसे लेने जा रहे थे तभी करीब 1:00 बजे बझाई तरफ से  पल्सर मोटरसाइकिल पर 2 लोग आए जिन्होंने हमारी मोटरसाइकिल रोक ली और मोटरसाइकिल पर पीछे बैठे व्यक्ति ने फरियादिया रजनी जाटव के सीने पर कट्टा अड़ा कर सोने का पेन्डल गले से झपट लिया व पर्स छीन लिया जिसमें मोबाइल  रखा था।

लूट के बाद आरोपियों ने कहा कि अब यहां से भाग जाओ तो वीरभान,रजनी को लेकर भागने लगा तभी पीछे  से  गोली चलने की आवाज सुनाई दी। रजनी ने  पीछे देखा तो मोटरसाइकिल चलाने वाला नीचे गिर गया, और पीछे बैठा आरोपी उसे उठा रहा था। डर की वजह से रजनी और वीरभान थाने नहीं गए। इसके बाद  रजनी ने  अपने घर जाकर अपने पिताजी व घरवालों को पूरी घटना बताई तो ऊमरी पुलिस ने फरियादिया की रिपोर्ट पर अपराध 343/17 धारा 392,34 ताहि.11,13 एम पी डी पी एक्ट के तहत पंजीकृत कर विवेचना में लिया गया। जिसके बाद पुलिस अटेर रोड पर किराए से रहने वाले दीपक यादव के घर पहुंची, जिसकी फरियादिया द्वारा पहचान की गई, और बताया कि वही व्यक्ति कट्टा लिए हुए था ,दीपक  यादव से पूछताछ की गई तो उसने उक्त घटना अपने साथी संजय यादव के साथ करना स्वीकारा। और लूटा हुआ मोबाइल जब्त कराया। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व कट्टा आरोपी दीपक यादव से जब्त किया गया गिरफ्तार आरोपी से अपराधों के संबंध में पुलिस पूछताछ कर रही है। दूसरा आरोपी ग्वालियर अस्पताल में इलाजरत है।
घटना के खुलासे में पुलिस अधीक्षक ,उपनिरीक्षक गोपाल सिंह सिकरवार , प्रधान आरक्षक उमेश बाबू आरक्षक अरविंद गौतम एवं आरक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका रही।