Loading...
अभी-अभी:

विश्व पर्यावरण दिवस से प्रदेश में निकलेगी पेड़ लगाओ यात्रा

image

May 24, 2017

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा सेवा मिशन की कार्ययोजना के क्रियान्वयन की समीक्षा हर माह करें। साथ ही इसकी प्रगति की जानकारी मुख्यमंत्री डेस्क बोर्ड पर डालें। नर्मदा सेवा मिशन के तहत एक साल में जितने काम होंगे उनका रिपोर्ट कार्ड जनता को 15 मई 2018 को प्रस्तुत किया जायेगा। प्रदेश में विश्व पर्यावरण दिवस आगामी 5 से 15 जून तक पेड़ लगाओ यात्राएं निकाली जायेंगी। मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय में नर्मदा सेवा मिशन की बैठक ले रहे थे। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के मंत्रियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों को नर्मदा सेवा मिशन की कार्ययोजना की प्रतियां सौंपी। बैठक में मंत्रिमंडल के सदस्य तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमरकंटक में नर्मदा सेवा मिशन की कार्ययोजना नर्मदा प्रवाह का विमोचन किया था। इसके बाद से वे नर्मदा सेवा यात्रा को जनआंदोलन से बदलाव के रूप में सब जगह उल्लेख कर रहे हैं। अब इस कार्ययोजना को क्रियान्वित करने की चुनौती हम सबकी है। नर्मदा सेवा मिशन नदी के संरक्षण और पर्यावरण को बचाने का दुनिया में उदाहरण बनेगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पौधे लगाने के लिए गड्ढ़े खोदने का काम और पौधों की उपलब्धता पहले से सुनिश्चित की जाये। पेड़ लगाने के लिये जन-जागरण करने के लिये सभी जिलों में पेड़ लगाओं यात्राएँ निकाली जायेंगी। इनमें आमजन पेड़ लगाने के लिये संकल्प पत्र भरेंगे। आगामी 20 जून तक तय हो जायेगा कि कौन व्यक्ति कहाँ पर पेड़ लगायेगा। पेड़ लगाने के बाद पेड़ों की रक्षा के पौधरक्षक नियुक्त किये जायेंगे और आवश्यक सुविधाएँ दी जायेंगी। उन्होंने कहा कि आगामी एक जुलाई को सेटेलाईट इमेजिंग से देखा जायेगा कि नर्मदा के तटों पर वृक्षारोपण की क्या तैयारियाँ हैं। आगामी दो जुलाई को वृक्षारोपण किया जायेगा तथा फिर तीन जुलाई को नर्मदा तटों की सेटेलाईट इमेजिंग से देखा जायेगा कि कितने पेड़ लगायें। एक साल बाद फिर से पूरे क्षेत्र की सेटेलाईट इमेजिंग की जायेगी। वृक्षों का अधिक से अधिक सरवाईवल रेट रखने की कोशिश की जायेगी। उन्होंने कहा कि पौधे की आपूर्ति की बेहतर योजना बनाई जाये। इस अभियान में दो जुलाई को आमजनों, विद्यार्थियों, विभिन्न संगठनों के साथ शासकीय अधिकारी-कर्मचारी भी वृक्षारोपण करें।