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हाइकोर्ट में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाला बर्खास्त ASI गिरफ्तार

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Nov 23, 2017

जबलपुर : हाइकोर्ट में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले एक बर्खास्त एएसआई को लिखित शिकायत के बाद ओमती पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया है।

ओमती पुलिस के मुताबिक ग्राम डाबू निवासी फरियादी जागेश्वर सिंह ठाकुर ने एक लिखित शिकायत थाना ओमती में दर्ज कराई थी कि लगभग 1 माह पहले उसके परिचित राजेंद्र पटेल ने कहा था कि जबलपुर में एक व्यक्ति जिसका नाम रामदीन उमरे  है, नीलम होटल के कमरा नंबर 3 में ठहरे हैं, वो हाईकोर्ट में नौकरी लगवाते  हैं।

उनके लड़के का काम हो गया है। तुम भी अपने लड़कों का काम करवा लो। वह राजेंद्र पटेल के साथ जबलपुर आकर नीलम होटल के कमरा नंबर 3 में ठहरे रामदीन उमरे से मिला। जिन्होंने उसे अपना नाम बुंदेला भी बताया था।

उसने अपने लड़के चंदन सिंह व कौशल सिंह की नौकरी लगवाने को कहा, तो उन्होंने कहा कि लड़कों के दस्तावेज दे दो। एक लड़के के 50 हजार के हिसाब से 1 लाख रुपए लगेंगे। उसने लड़कों के दस्तावेजों की फोटो कॉपी, परिचय पत्र आदि रामदीन उमरे को दे दिए।

इसके बाद 4 नवम्बर को जबलपुर आकर नीलम होटल के रूम नंबर 3 में जाकर 1 लाख रुपए दे दिए। आज से करीब 6 दिन पहले उसके घर में उसके बेटे चंदन सिंह खंगार के नाम से एक लिफाफा आया। जिसे अनिल श्रीवास्तव द्वारा भेजा गया था।

जिसमें उसके पुत्र चंदन सिंह खंगार का आदेशिका लेखक के पद पर माननीय उच्च न्यायालय का नियुक्ति पत्र एवं एक नोटिस था। जिसमें 5 दिसंबर को नियुक्ति हेतु लेख था और मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर की सील लगी थी।

उसने जबलपुर आकर इस नियुक्ति के संबंध में जानकारी लेने हेतु माननीय उच्च न्यायालय गया, तब पता चला कि यह नियुक्ति पत्र फर्जी है। रामदीन उमरे ने फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र तैयार कर उससे एक लाख रुपए लेकर हड़प लिए हैं। उसे पता चला है कि मेरे अलावा और भी लोगों से फर्जी नियुक्ति पत्र देकर रुपए हड़पे है। 

पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी रामदीन उमरे  निवासी यादव कॉलोनी जिला नरसिंहपुर को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पकड़ा गया आरोपी पुलिस मुख्यालय भोपाल में एएसआई(एम) के पद पर पदस्थ था और 409 भा.द.वि के अपराध में वर्ष 2002 में बर्खास्त किया गया था।