Loading...
अभी-अभी:

पैसों के लोभ में झोलाछाप डॉक्टर चला रहे है मौत की दुकान, जानिए पूरी खबर

image

Apr 3, 2019

विशोक व्यास : जिस देश में शिक्षा और स्वास्थ्य में माफियाओं की भागीदारी हो जाये तो समझ लेना चाहिए कि अब देश पतन की कगार पर है। कोलारस में भी विगत कई वर्षों से स्वास्थ्य के नाम पर अँगूठा छाप डॉक्टर तेजी से पनप चुके है।अबैध क्लिनिक और मेडिकल स्टोर की मानो बाढ़ आ चुकी है। कोलारस नगर में तो झोलाछाप डॉक्टरों ने अपना गढ़ बना लिया है। जिनको अपना काला कारोबार करने का कहीं मौका नही मिलता वे कोलारस की धरती को अपना गढ़ बना लेते है।

डॉक्टरी डिग्री जनता के लिए कर रही मौत का काम
ऐसा वे आसानी से इस कारण कर सकते है क्योंकि यहां के जनप्रतिनिधि गूंगे बहरे है। यहां का प्रशासन पूर्व में महाभ्रष्ट रहा है जिसके चलते यहाँ ऐसे कई कारोबार फलफूल चुके है जो जनमानस के लिए बड़ा ख़तरा है। हालात ये है कि यहां के अवैध क्लीनिकों में दिल्ली,उज्जैन, ग्वालियर, भोपाल की डॉक्टरी डिग्री जनता के लिए मौत का काम कर रही है।

उपकार क्लीनिक और जयशिव क्लीनिक पर ताबड़तोड़ कार्यवाही
उपरोक्त डिग्रीधारी हर महीने उक्त झोलाछाप डॉक्टरों से हर महीने बड़ी रकम लेकर अपनी शिक्षा को कलंकित कर रहे है। हाल ही में प्रशासन द्वारा राई रोड़ स्तिथ उपकार क्लीनिक और जयशिव क्लीनिक पर ताबड़तोड़ कार्यवाही कर अपनी जबाबदेही का संकेत दे दिया है। उक्त क्लीनिक वैध कागजों पर पूरी तरह से अवैध रूप से संचालित होकर आमजन की जान से खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे थे।

प्रशासन को मिल रही थी लगातार शिकायत
गौरतलब है कि काफी समय से प्रशासन को इनकी लगातार शिकायत भी मिल रही थी। जिनमें sdm आशीष तिवारी के निर्देश पर bmo अल्का त्रिवेदी और तहसीलदार मधुलिका तोमर ने पुलिस बल के साथ अवैध क्लीनिकों पर कार्यवाही करते हुए प्रशासन के स्पष्ट रूख को साफ कर दिया है कि अब झोलाछाप डॉक्टरों को जनमानस की जान से खिलवाड़ नही करने दिया जाएगा। आचार संहिता के अंतराल में प्रशासन जब उक्त कार्यवाही कर रहा है तो इससे ये कयास लगाया जा सकता है कि पूर्व में भी संभवित प्रशासन की उक्त मंशा रही होगी लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप उनके आड़े आता रहा होगा।