Oct 4, 2018
ओमप्रकाश प्रजापति : मध्यप्रदेश सरकार संबल योजना चलाकर हर गरीब व्यक्ति को लाभ पहुँचाने का काम कर रही है लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों के कारण पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित रह जाता है ओर उसे परेशान हो ना पड़ता है ऐसा ही मामला शाजापुर जनपद पंचायत में प्रकाश में आया है।
शाजापुर जनपद पंचायत में श्रमिकों को अपने पंजीयन कराने के लिए कई दिनों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं फिर भी पंजीयन नही हो पा रहा है वही ऑनलाइन सेंटरों पर चौबीस घंटों में बनाकर दिया जा रहा है लेकिन एवज में पांच सौ रुपये देने पड़ रहे जनपद पंचायत की आईडी से यह पंजीयन कैसे किये जा रहे हैं यह सोचने वाली बात है या तो जनपद के बाबुओ ने यह आईडी नबंर दलालो को बेच दी है या यह भी उसमें लिप्त हैं।
पनवाड़ी के ग्रामीणों ने इसकी शिकायत सीईओ पूजा मालाकार से की लेकिन सीईओ ने भी कार्रवाई में कोई रुचि नही दिखाई और मजबूरन मजदूरों को अपनी मजदूरी छोड़ कर जनपद के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं नही तो ऑनलाइन सेंटर वाले को पांच सौ रुपये देकर पंजीयन करवाना पड़ता है पनवाड़ी के इस सेंटर पर खुले आम ग्रामीणों को लूटा जा रहा है ग्रामीणों ने इसका एक वीडियो भी बनाया पंजीयन बनाने की ऐवच में पांच सौ रुपये लेते हुए श्रमिक पंजीयन के नाम पर अब तक हजारों लोगों से यह लाखो रुपये की लूट कर चुका है लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नही होती क्योकि सभी की मिली भगत जो रहती हैं ग्रामीणों ने यह आरोप भी लगाए की जनपद के लोगो ने यह आईडी भेज दी है और सेंटर वाले ही खुद सत्यापन कर देते हैं किसी की कोई रिपोर्ट नही लगती हैं जबकि जनपद में पंजीयन के लिए पटवारी की रिपोर्ट और जाने क्या क्या मांगा जाता है।