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सतनाः मतदान के लिए मतदाताओं को चलन पड़ता है 20 किलोमीटर

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Mar 28, 2019

वरूण शर्मा- मध्यप्रदेश के सतना एक ओर जहां भारत निर्वाचन आयोग ज्यादा से ज्यादा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्वीप प्लान पर विशेष जोर दे रहा है, वहीं दूसरी ओर जिले में एक ग्राम पंचायत के दो टोले ऐसे भी हैं जिनके मतदाताओं को 20 किलोमीटर दूर जाकर मतदान करना पड़ता है। चुनाव चाहे ग्राम पंचायत का हो या जनपद पंचायत का, जिला पंचायत का हो या फिर विधानसभा अथवा लोकसभा का, हर चुनाव में इन दोनों टोला के मतदाताओं को 20 किलोमीटर दूर मतदान केंद्र तक जाना पड़ता है। इस बार के लोकसभा चुनाव में उड़ेली और सिमरहा टोला के बुजुर्गों ने मतदान करने से तौबा कर लिया है। पोलिंग बूथ दूर होने के कारण बुजुर्ग मतदाता मतदान करने से परहेज करने की बात कर रहे हैं।

ग्रामवासियों ने 20 किमी दूर मतदान करने नहीं जाएंगे 

जी हां ऐसा ही गांव है सतना जिले के मझगवां विकासखंड, पिछले कई सालों से वहां के मतदाता वोट डालने लगभग 20 किलोमीटर दूर जाते हैं। यहां न तो वाहन की सुविधा है और न ही सड़क। डकैत प्रभावित गांव होने की वजह से यहां न तो प्रशासन कुछ कर पाता है और न ही पुलिस। यहां आज भी डकैतों का आना जाना बना रहता है। जिसके चलते यहां का वोट का प्रतिशत जिले से हमेशा कम रहा है। मतदाताओं का कहना है कि इनती दूर हम मतदान करने किसी भी सूरत में नहीं जाएंगे।  जिला मुख्यालय से तकरीबन 60 किलोमीटर दूर मझगवां विकासखण्ड अंतर्गत एक छोटा सा ग्राम पंचायत है पडऱी। इसी ग्राम पंचायत के अधीन नाइन पुरवा, भारतपुर, कबरिन, बहेलियन पुरवा, बंगीपुरवा एवं उड़ेली और सेमरहा गांव भी हैं। आबादी पूरी-पूरी 5 हजार है, जबकि पिछले साल के आंकड़ों के मुताबिक मतदाता हैं 1 हजार 8 सौ 89।

सिमरहा और उड़ेली दो ऐसे टोला हैं जो मतदान केन्द्र बनने वाले माध्यमिक शाला पडऱी  से तकरीबन 20 किलोमीटर की दूरी पर हैं।  इतनी दूर बनाए गए पोलिंग बूथ की वजह से उड़ेली और सिमरहा टोला के मतदाता आजिज आ गए हैं। इस बार तो बुजुर्गों ने यह एलान कर दिया है कि यदि पोलिंग बूथ उड़ेली गांव के प्राथमिक शाला में नहीं बनाया गया तो वो 20 किलोमीटर दूर मतदान करने नहीं जाएंगे। गांव वालों का कहना है कि दस्यु प्रभावित इलाका है। ऐसे में कोई ऊंच-नीच हो गई तो कौन जिम्मेदार होगा। चुनाव होने की वहज से वाहन भी नहीं मिलते जिससे वो मतदान केन्द्र तक पहुंच सकें। सिमरहा और उड़ेली टोला को मिलाकर करीब साढ़े 3सौ से ज्यादा मतदाता हैं।