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बैतूल में एक व्यक्ति ने आदिवासी बनकर हथिया ली सेना की नौकरी

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Jul 23, 2018

युवराज गौर : फर्जी आदिवासी बनकर सेना की नौकरी हथियाने का सनसनी खेज मामला बैतूल में सामने आया है। जहां काफी इंतजार के बाद पुलिस ने उस युवक को गिरफ्तार कर लिया जिसने आदिवासी समाज का जाति प्रमाण पत्र लगाकर सेना की नौकरी पा ली थी। दस्तावेजों की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं थी। युवक ने गांव के ही एक भोलेभाले आदिवासी को ड्राईविंग लाईसेंस बनाये जाने का झांसा देकर उससे आठवी की अंकसूची, मतदाता परिचय पत्र हासिल कर लिया। जब उसे नौकरी मिल गई तो आधार कार्ड, सम्रग आईडी, पेनकार्ड के जरिये बैंक का खाता भी खुलवा लिया।

दरअसल चिचोली थाने के ग्राम सीताडोंगरी में रहने वाले आदिवासी शिवलाला आहके को राजेश यादव नाम के युवक ने झांसा दिया और 17 पैरामिलेट्री असम में हाऊस कीपर की नौकरी हासिल कर ली। काफी मिन्नतों के बावजूद जब शिवलाल के दस्तावेज नही दिये गयेे तो शिवलाल ने राजेश के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी और जैसे ही राजेश छुट्टियों में अपने घर आया। पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस का कहना है कि सेना में जब पूरे परिवार का सत्यापन करने के लिये फोटो मांगी गई तो राजेश ने आदिवासी परिवार को एक बार फिर झांसा दिया और खेत में ले जाकर उनके साथ फोटो खिंचवाली। अब आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।