Aug 27, 2018
प्रवीण दुबे - खंडवा के लाड परिवार में उत्स्व की तरह मनाया जाता है राखी का पर्व जिसमे की खण्डवा सनावद हैदराबाद पुणे दुबई मुंबई अमेरिका से जुटते है परिजन इस उत्स्व में परिवार की तीन पीढ़िया एकत्रित होती जो कि पूर्व से चली आ रही पारिवारिक परम्परा को व्यस्तता को दरकिनार कर निभाते आ रहे है मांगलिक परिसर किराये पर लेकर मनाते है रक्षा बंधन का पर्व और एक दूसरे को हर मुसीबत और ख़ुशी में साथ लेकर चलने रक्षा करने का वादा दे रहे है।
इस परिवार में सात भाई चार बहने सात भाइयो के 11 बेटे 9 बेटिया, भानजे, भांजिया, नाती पोती सभी छोटे बड़े मिलाकर 98 सदस्य जुटते है एक परिजन की कलाई पर 40 अधिक राखी बंधी है पिछले 18 से अधिक वर्षो से करते आ रहे है मांगलिक परिसर में आयोजन जिसकी की तैयारी परिवार के सभी सदस्य महीने भर पहले से करते है तैयारी शुरू बनने वाले व्यंजन गाना बजाना मेंहदी बहनो को दिए जाने वाले उपहार गिफ्ट सहित बाहर से आनेवाले परिजनों के रुकने की व्यवस्था आदि की जाती है।
इस आयोजन का परिवार की बहुओ को भी वर्ष भर बड़ी बेसब्री से इन्तजार रहता है परिवार के मुखिया वासुदेव प्रसाद लाड ने बताया की इस आयोजन से हम नई पीढ़ी को परम्परा को सजोए रखने का संदेश देना चाहते है परिवार की बहुये भी पहले इस उत्स्व शामिल होती है फिर अपने परिवार में राखी के लिए जाती इससे परिजनों का दूर रहते हुए भी आपसी सामजस्य प्रगाढ़ बना रहता है।